देश भर में मंगलवार (3 मई 2022) को अक्षय तृतीया, परशुराम जयंती और ईद एक साथ मनाई गई। इस दौरान उत्तर प्रदेश ने एक मिसाल कायम किया। इस बार ईद की नमाज के लिए सड़कों को ब्लॉक करने की घटना सामने नहीं आई है। जहाँ पर जगह कम पड़ी वहाँ शिफ्टों में नमाज पढ़ी गई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसके लिए प्रदेश वासियों का अभिनंदन किया। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, “आज उत्तर प्रदेश में अनेक धार्मिक आयोजन सकुशल संपन्न हुए हैं। इन्हें सड़कों पर न आयोजित कर प्रदेश वासियों ने एक अच्छी पहल की है। स्वस्थ व समरस समाज हेतु आस्था का सम्मान एवं कानून का शासन साथ-साथ होना आवश्यक है। यही प्रदेश के विकास व नागरिकों के स्वावलंबन का आधार बनेगा। सभी का अभिनंदन!”
आज उ.प्र. में अनेक धार्मिक आयोजन सकुशल संपन्न हुए हैं। इन्हें सड़कों पर न आयोजित कर प्रदेश वासियों ने एक अच्छी पहल की है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) May 3, 2022
स्वस्थ व समरस समाज हेतु आस्था का सम्मान एवं कानून का शासन साथ-साथ होना आवश्यक है। यही प्रदेश के विकास व नागरिकों के स्वावलंबन का आधार बनेगा।
सभी का अभिनंदन!
वहीं अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने भी धार्मिक नेताओं को त्योहारों को शांतिपूर्ण तरीके से मनाने के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि सभी ने ‘पारंपरिक गंगा-जमुनी तहज़ीब’ के बीच त्योहारों को मनाया।
ADG LO UP Sri Prashant Kumar speaking to @ANINewsUP about the peaceful celebration of #Eid festival across the state.
— UP POLICE (@Uppolice) May 3, 2022
Adequate arrangements were made for offering of Namaz at 32,000 places & also for the festivals of #ParashuramaJayanti & #AkshayTritiya. pic.twitter.com/eNPQHUomoB
उन्होंने बताया कि ईद-उल-फितर के मौके पर करीब 32,000 जगहों पर शांतिपूर्वक नमाज अदा की गई। राज्य में कहीं भी किसी भी तरह की कोई अप्रिय घटना नहीं हुई और लोगों ने पारंपरिक उत्साह और उल्लास के साथ ईद मनाई। इसके लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।
बताया जा रहा है कि यूपी में इस बार पहली बार ऐसा हुआ है जब ईद की नमाज़ सड़कों पर नहीं पढ़ी गई। लोनी और हापुड़ जैसे क्षेत्रों में जहाँ जगह कम रही वहाँ अलग-अलग शिफ्टों में नमाज अदा की गई। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही मुस्लिम धर्मगुरुओं से अपील की गई थी कि नमाज सड़क पर ना पढ़ी जाए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आह्वान पर इस बार पूरे प्रदेश में कहीं भी यातायात बाधित कर सड़कों पर ईद की नमाज़ नहीं अदा की गई। मुस्लिम धर्मगुरुओं ने भी सीएम के अपील का समर्थन किया था। नतीजतन, ईद की नमाज़ ईदगाह अथवा अन्य तयशुदा पारंपरिक स्थान पर ही हुई। इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुस्लिम धर्म गुरुओं का भी आभार व्यक्त किया है।
लखनऊ में ईद की नमाज के कार्यक्रम में यूपी के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, पूर्व सीएम अखिलेश यादव, पूर्व डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा, राज्य के मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने शिरकत की। ईद-उल-फितर के मौके पर लखनऊ के ईदगाह मैदान में पाँच लाख से ज्यादा लोगों ने नमाज अदा की।