उत्तर प्रदेश के सीतापुर हरगाँव थाना क्षेत्र में शौहर नबीउल्ला खाँ ने धारदार हँसिए से हमला करने के बाद अपनी पत्नी पर पेट्रोल डालकर उसे आग के हवाले कर दिया, जिसके बाद उसकी मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में आठ आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज किया है। साथ ही, मुख्य आरोपित नबीउल्ला खाँ से पूछताछ कर रही है।
ससुराल वाले पहले से करते थे प्रताड़ित
एनबीटी की रिपोर्ट के अनुसार, पीड़िता के भाई अजीम ख़ाँ ने थाने में तहरीर दी कि उसकी बहन खलीकुन निशा का विवाह तेरह वर्ष पूर्व हरगाँव के मिल बगिया बाजार निवासी नबी उल्ला खाँ के साथ हुआ, जिसके बाद नबी उल्ला खाँ के अवैध संबंधों को लेकर उनका हमेशा झगड़ा होता रहता था।
उसके भाई अजीम खाँ ने आरोप लगाया कि उसी आपसी विवाद के चलते ही ससुराल वालों ने मिल कर उसकी बहन खलीकुन को लाठी, डंडों से पीटा और धारदार हथियार से पेट व गले पर हमला किया। धारदार हथियार (हँसिए) से उन लोगों ने खलीकुन का पेट फाड़ डाला। पेट फटने के बाद आरोपित नबी उल्ला खाँ ने खलीकुन पर पेट्रोल डाल कर उसे आग के हवाले कर दिया।
आग से झुलसती खलीकुन निशा ने दर्द से चीखना शुरू कर दिया। जिसको सुनकर गाँव वाले महिला को बचाने के लिए दौड़े। लोगों को घर की तरफ आता देख नबी उल्ला खाँ अपने घर वालों के साथ फरार हो गया। लोगों ने फौरन पुलिस को इसकी जानकारी दी और महिला को आग से निकाल लिया।
मौके पर पहुँची पुलिस ने गंभीर रुप से घायल खलीकुन को जिला अस्पताल में भर्ती किया था। जहाँ उसकी हालत को नाजुक देखते हुए डॉक्टरों ने उसे लखनऊ रेफर कर दिया। लेकिन लखनऊ के सिविल अस्पताल में देर शाम खलीकुन निशा की मौत हो गई।
मृतक खलीकुन निशा के भाई ने यह भी आरोप लगाया कि उसकी बहन 13 साल से घरेलू हिंसा शिकार हो रही थी। ससुराल वाले उसकी बहन पर मायके जाने का दबाव बनाते थे। मायके नहीं जाने पर वे उसकी बहन और उसके दो बच्चे आसिफ व आयका को भी आए दिन मरते पीटते रहते थे। एक वर्ष पहले बहनोई नबी उल्ला खाँ ने खलीकुन निशा की नाक काट दी थी। मामला थाने पहुँचा था, लेकिन सुलह समझौता हो गया था।
एडिशनल एसपी डॉ राजीव दीक्षित ने पीड़ित के मौत की जानकारी देते हुए कहा कि, मामले में पहले से केस दर्ज है। अब धाराएँ बढ़ाकर कार्रवाई की जाएगी। आरोपित नबी उल्ला खाँ को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। बाकी आरोपितों की तलाश जारी है। उन्होंने लोगों को इस मामले में कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन भी दिया।