उत्तर प्रदेश पुलिस ने आज (30 अक्टूबर, 2020) जावेद नाम के एक शख्स को फेसबुक पर अश्लील तस्वीरें और अश्लील टिप्पणी पोस्ट करने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
अमर उजाला की एक रिपोर्ट के अनुसार, ग्राम छातीराम पोस्ट परतावल बाजार के रहने वाले जावेद ने फेसबुक पर एक फर्जी अकाउंट बनाया था। यूपी पुलिस ने बताया कि जावेद फेसबुक पर एक महिला को दूसरे के नाम से आईडी बनाकर उसे अश्लील तस्वीरें और अभद्र टिप्पणी पोस्ट करके परेशान कर रहा था। उसने लड़की के मोबाइल नंबर पर कॉल कर, मैसेज भेज कर गालियाँ भी दी थी।
पार्थवल बाजार से आरोपित को गिरफ्तार करने से पहले पुलिस ने कई बार उसे फ़ोन करने की कोशिश की थी, लेकिन उसने कोई जवाब नहीं दिया। लेकिन आरोपित के नंबर पर कॉल करने पर जवाब नहीं मिल रहा था।
इसके बाद पुलिस ने उसके खिलाफ मामला दर्ज कर 24 घंटों के भीतर उसे गिरफ्तार कर लिया। बता दें, मिशन शक्ति के तहत गठित साइबर सेल की एक टीम के साथ श्यामदेउरवां थाने की पुलिस की एक टीम द्वारा यह कार्रवाई की गई। एसपी प्रदीप गुप्ता ने बताया कि ‘मिशन शक्ति’ के तहत नारी सुरक्षा, नारी सम्मान, नारी स्वावलंबन अभियान के तहत व साइबर अपराधों पर रोकथाम के लिए जिले में अभियान चलाया जा रहा है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तीकरण के लिए इस महीने नवरात्रि की शुरुआत के साथ ही मिशन शक्ति का शुभारंभ किया था। मिशन शक्ति को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था, ”शक्ति की आराधना के पावन अवसर ‘शारदीय नवरात्रि’ के प्रथम दिवस से प्रदेश में ‘मिशन शक्ति’ का शुभारंभ किया जा रहा है। यह अभियान महिलाओं और बच्चों के प्रति सम्मान तथा सुरक्षा की भावना के प्रसार तथा महिला स्वावलंबन की आवश्यकता को नवीन आयाम प्रदान करने में सहयोगी होगा।”
उन्होंने आगे कहा था, “दुर्भाग्यपूर्ण घटना की पीड़िता को श्रद्धांजलि देने के लिए, मैंने बलरामपुर से मिशन शक्ति अभियान को शुरु करने का फैसला किया। यह अभियान बलरामपुर में बर्बरता की शिकार हुई बिटिया को सच्ची श्रद्धांजलि है। महिलाओं व बच्चों के प्रति सम्मान और सुरक्षा का भाव हमारी संस्कृति है। इसी भावना के साथ आज ‘मिशन शक्ति’ का शुभारंभ हो रहा है।”
मुख्यमंत्री ने दो टूक शब्दों में कहा कि महिलाओं, बेटियों, नाबालिग बच्चों और अनुसूचित जाति के लोगों के विरुद्ध अपराध करने वालों का सभ्य समाज में कोई स्थान नहीं। ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई की जाए कि वह गले मे तख्ती लटकाकर माफी माँगते फिरें या प्रदेश छोड़कर भाग जाएँ। आरोपितों के खिलाफ होने वाली कार्रवाईयों की दैनिक रिपोर्टिंग होनी चाहिए व शासन स्तर पर इसकी समीक्षा हो।