Monday, November 18, 2024
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रशीदा बनी गीता, एहसान बना सचिन: मुजफ्फरनगर में दो मुस्लिम परिवारों के 8 सदस्यों की घर वापसी, हवन-पूजन कर बने हिंदू

मुस्लिम परिवारों की घर वापसी करवाने वाले महंत यशवीर महाराज के अनुसार उत्तर प्रदेश में पहले की सरकारों में हिंदुओं का उत्पीड़न होता था। लेकिन योगी सरकार में माहौल बदला है।

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में मंगलवार (26 अप्रैल 2022) को दो मुस्लिम परिवारों के 8 सदस्यों ने हिंदू धर्म में वापसी की। बघरा स्थित स्वामी यशवीर आश्रम परिषद के महंत स्वामी यशवीर महाराज और स्वामी मृगेंद्र महाराज ने हवन-पूजन करवाकर इनकी घर वापसी कराई। सभी को गंगाजल से आचमन कराके मंत्रों के जरिए शुद्धिकरण किया गया। इसके बाद घर वापसी करने वाले लोगों को नए नाम भी मिले हैं। शाहिस्ता को राधा, रशीदा को गीता, हारुन को अरुण, बरखा को वर्षा, अकबर को कृष, इकरा को शीतल, एहसान को सचिन और गुल्लू को ऋतिक नाम मिला है।

स्वामी यशवीर महाराज के मुताबिक, लालच या दबाव में आकर धर्मान्तरण करने वाले हिंदुओं के बारे में पता चलने पर उन्होंने ऐसे लोगों की घर वापसी करवाने का फैसला किया। उनका कहना है कि अब तक वे सैकड़ों लोगों की घर वापसी करवा चुके हैं। ये वे लोग हैं जिनके माता-पिता या फिर उससे पहले की पीढ़ी ने किसी कारण से इस्लाम अपना लिया था। जिन दो परिवारों की घर वापसी करवाई गई है वो मूल रूप से मेरठ जिले के रहने वाले हैं।

हिंदू संत का कहना है कि आजादी के बाद 1947 से लेकर जब तक देश में भाजपा की सरकार नहीं आ गई तब सभी सरकारों ने बड़े ही शातिर तरीके से धर्मान्तरण को बढ़ावा देने का काम किया है। महंत के मुताबिक, मौलवी अक्सर गरीब हिंदुओं के घरों में जाते हैं और उन्हें तमाम तरीके के लालच देकर इस्लाम कबूलने को कहते हैं। जब वे नहीं मानते तो उन्हें धमकियाँ भी दी जाती है। महंत यशवीर महाराज कहते हैं कि उत्तर प्रदेश में पहले की सरकारों में हिंदुओं का उत्पीड़न हुआ। उनका इस्लामिक धर्मान्तरण कराया गया। लेकिन योगी सरकार में माहौल बदला है। अब अपना धर्म छोड़ने वाले घर वापसी कर रहे हैं। लोगों का स्वाभिमान जागा है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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