उत्तर प्रदेश के जिला बरेली में लॉकडाउन के बीच फरीदपुर के एक घर में गोवंश का कटान जारी था। इसकी सूचना पर पहुँची पुलिस देख आरोपितों के बीच भगदड़ मच गई। पुलिस ने मौके से तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया साथ ही घर से पुलिस ने ढाई क्विटंल गोमांस बरामद किया है। वहीं दूसरी ओर देर रात गश्त कर रहे पुलिसकर्मियों पर मांस तस्करों ने गोली चला दी, जिसमें पुलिसकर्मी बाल-बाल बच गए। हालाँकि, पुलिस ने पीछा कर दोनों मांस तस्करों को दबोच लिया।
खबर के मुताबिक शनिवार (2 मई, 2020) शाम को पुलिस ने बरेली के फरीदपुर इलाके के मेवा सर्फापुर में एक घर में गोवंशीय पशु की हत्या पर छापेमारी की। सूचना पर पहुँची पुलिस ने मौके पर गोवंशीय पशु को कटा हुआ देखा। पुलिस को देख घर में गोवंश को काटने में लगे लोगों के बीच भगदड़ मच गई, लेकिन पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मौके से आरोपित नवी, आलम और छोटे को गिरफ्तार कर लिया, हालाँकि कुछ लोग मौके से भाग जाने में सफल रहे।
बरेली की पुलिस ने मौके से ढाई क्विटंल गोमांस बरामद किया, जिसे तत्काल जमीन में दफन करा दिया गया। वहीं पुलिस ने इस मामले में दस लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। दैनिक जागरण की खबर के मुताबिक इलाके में इन दिनों गो तस्कर सक्रीय हैं। बीते दिन पुलिस ने कुल 16 गो मांस तस्करों के खिलाफ में मुकदमा दर्ज किया है।
वहीं दूसरी ओर दैनिक जागरण की खबर के मुताबिक घटना बरेली जिले के नवाबगंज क्षेत्र की है, जहाँ बीते शुक्रवार (1 मई, 2020) देर रात चौकी इंचार्ज दिगंबर सिंह अपनी टीम के साथ गश्त पर थे। इस बीच उन्होंने नई बस्ती के पास पनघैली नदी के किनारे दो लोगों को देखा, जो कि एक पशु को क्रूरता से पीटते हुए ले जा रहे थे। इसे देख पुलिस टीम ने जब उनका पीछा किया तो एक उनमें से एक ने पुलिस पर गोली चला दी, जिसमें पुलिस टीम के सिपाही बाल-बाल बच गए।
खुद पर गोली चलते देख पुलिस ने घेराबंदी कर दोनों युवकों को दबोच लिया। पुलिस पूछताछ में दोनों की पहचान मुहम्मद ओवैस और शामा निवासी मुहल्ला कुरैशनगर के रूप में हुई। पुलिस ने दोनों के पास से एक जिंदा कारतूस, खाली खोका और चाकू बरामद किया है।
चौकी इंचार्ज दिंगबर सिंह के मुताबिक पकड़े गए दोनों आरोपितों के खिलाफ में मुकदमा दर्ज कर दोनों को जेल भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि दोनों ही एक पशु खरीदकर लाए थे, जिसका बध कर ये लोग मांस बेचते। पहले भी ऐसी कई घटनाएँ घट चुकी हैं।