उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले के कोरांव तहसील के गाँव खीरी में 16 साल के सत्यम शर्मा की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। वह 10वीं की छात्र था। परिजनों का दावा है कि चचेरी बहन से छेड़खानी का विरोध करने पर उसकी पिटाई की गई।
पुलिस छेड़खानी के आरोपों को गलत बता रही है। दैनिक जागरण ने डीसीपी संतोष मीणा के हवाले से बताया है कि स्कूल में हुए विवाद के बाद छात्र को पीटा गया, जिससे उसकी मौत हो गई। दैनिक भास्कर ने एसीपी राजीव यादव के हवाले से छेड़खानी के आरोप को गलत बताया है। कहा है कि परिजनों ने नामजद तहरीर दी है। 4 के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। इनमें ग्राम प्रधान मोहम्मद यूसुफ भी है, जिसकी तलाश की जा रही है।
घटना 28 अगस्त 2023 की है। परमानंद इंटर कॉलेज का छात्र सत्यम शर्मा स्कूल की छुट्टी के बाद अपनी चचेरी बहन के साथ लौट रहा था। तुर्कपुरवा मोहल्ले में मुस्लिम समुदाय के कुछ छात्रों ने उसकी बहन से कथित तौर पर छेड़खानी की। आरोपित भी इसी स्कूल के छात्र बताए जा रहे हैं।
कथित तौर पर जब सत्यम ने छेड़खानी का विरोध किया तो उस पर पट्टे से वार किया गया। उससे इतना मारा गया कि वह बेसुध होकर गिर पड़ा। इस दौरान उसकी बहन मदद की गुहार लगाती रही, लेकिन कोई आगे नहीं आया। बाद में उसे प्रयागराज के स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
सत्यम शर्मा पुरादलू गाँव का रहने वाला था। उसकी बहन ने बताया है, “सोमवार को स्कूल बंद होने के बाद हम दोनों घर जा रहे थे। तुर्कपुरवा मोहल्ले में इसी गाँव के और हमारे स्कूल में पढ़ने वाले गैर-समुदाय के छात्रों ने मेरा हाथ पकड़ लिया। मुझे खींचने की कोशिश करने लगे। मैं चिल्लाई तो भाई उनसे भिड़ गया। इसके बाद उन्होंने मेरे भाई पर हमला कर दिया। पटरे से उसे तब तक मारा जब तक वह जमीन पर गिर नहीं गया। फिर हमलावर धमकी देते हुए भाग निकले।”
कथित तौर पर यह घटना ग्राम प्रधान मोहम्मद यूसुफ के घर के सामने हुई। गुहार लगाने पर भी उसने सत्यम की बहन की मदद नहीं की। छेड़खानी के आरोपित लड़के भी उसके घर के बताए जा रहे हैं। मोहम्मद यूसुफ पर पहले से भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।
दो समुदायों के बीच का मामला होने के कारण इलाके में तनाव पैदा हो गया। नाराज ग्रामीणों ने खीरी चौराहे पर 9 घंटे चक्का जाम कर दिया। हालात पर काबू पाने के लिए आला अधिकारियों को भी मौके पर आना पड़ा। पीड़ित परिजनों के अनुसार सत्यम की बहन के साथ इससे पहले स्कूल में भी छेड़खानी हुई थी। तब उन्होंने स्कूल प्रबंधन से इसकी शिकायत की थी।
वहीं परमानंद इंटर कॉलेज के प्रबंधक मनोज पांडेय ने बताया है, “शिकायत पर उन्होंने युवकों को बुलाकर समझाया था। स्थानीय पुलिस से भी कई बार छुट्टी के वक्त पुलिस की तैनाती को लेकर कहा जा चुका है।”