यूपी में माफिया के खिलाफ योगी आदित्यनाथ सरकार की सख्त कार्रवाई जारी है। प्रयागराज में बाहुबली और पूर्व सांसद अतीक अहमद के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की गई है। इसी क्रम में अब प्रशासन ने अहमद के करीबी जुल्फिकार उर्फ तोता पर भी शिकंजा कसा है। शूटर तोता के तीन मंजिला अवैध मकान को रविवार (अक्टूबर 18, 2020) दोपहर धूमनगंज के कंसारी मसारी में पीडीए ने ध्वस्त करना शुरू कर दिया है। इस मकान की कीमत करोड़ो में बताई जा रही है।
प्रयागराज विकास प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि जुल्फिकार ने अपने मकान में अवैध निर्माण किया है। जाँच के बाद इस अवैध अतिक्रमण को ध्वस्त किया जा रहा है। अपर पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि शातिर अपराधी जुल्फिकार के घर पर अवैध अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई प्रशासन बुलडोजर लगाकर कर रहा है। सुरक्षा की दृष्टि से मौके पर पुलिस बल तैनात हैं।
जुल्फिकार का यह अवैध मकान करीब 300 वर्ग गज क्षेत्रफल में बना हुआ है। जिसका नक्शा उसने पास नहीं कराया था। यही वजह है कि प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) की ओर से यह कार्रवाई की जा रही है। बता दें अतीक के करीबी ने मकान के निचले हिस्से में दुकानें भी बनाया था, जिसे किराए पर उठाया गया था। कार्रवाई से पहले प्रशासन द्वारा परिजनों और किरदारों से इसे खाली करवा दिया गया था। अफसरों का कहना है कि शातिर अपराधी जुल्फिकार पर गैंगस्टर की कार्रवाई भी हुई है।
जुल्फिकार सपा के पूर्व सांसद अतीक अहमद का बहुत करीबी हैं। एक दर्जन से अधिक मुकदमें इसके खिलाफ शहर के विभिन्न थानों में दर्ज है। वर्तमान में तोता बेली गाँव में हुए दोहरे हत्याकांड के मुख्य आरोपित हैं। इसके अतिरिक्त बेनीगंज में रवि पासी की हत्या में नैनी जेल में बंद हैं। जेल के अंदर से ही रवि पासी के परिजनों को धमकी देने का मामला भी आया था।
गौरतलब है कि इससे पहले योगी सरकार ने अतीक अहमद के खास रहे तीन गुर्गों राशिद, कम्मो और जाबिर के अवैध आलीशान मकानों को जमींदोज कर दिया था। यह सभी मकान प्रयागराज के बेली इलाके में स्थित थे। प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) द्वारा पुलिस की मदद से की जा रही इस कार्रवाई के दौरान राशिद के घर की महिलाओं ने उस दौरान जम कर विरोध किया था। पुलिस के कहने के बावजूद वे घर से बाहर निकलने को राजी नहीं थी। जिसके बाद जबरन उन्हें घर से निकाला गया। सरकारी अमले द्वारा बेली कछार में स्टेट लैंड की करोड़ों की बेशकीमती जमीन पर कब्जा कर आलीशान इमारतें खड़ी की गई थी।
बता दें अतीक गैंग के तीनों सदस्यों में राशिद प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करता है। राशिद कैंट थाने का हिस्ट्रीशीटर भी है। वहीं इनमें से दो अतीक के शार्प शूटरों में शामिल थे। वहीं राशिद की अवैध सम्पतियों को गिराने के बाद प्रशासन ने आगे की कार्रवाई करते हुए कम्मो और जाबिर के अवैध को बंगलों को ध्वस्त कर दिया था। ये आपस में भाई है। इस वक्त जाबिर जेल में बंद है वहीं कम्मो पुलिस की पकड़ से फरार चल रहा। प्रॉपर्टी डीलिंग के कारोबार से इन लोगों ने कई सरकारी जमीनों पर अवैध मकानों को खड़ा कर दिया था। यह दोनों नामी अपराधियों के सूची में शामिल हैं।