कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन है। इस दौरान किसी भी प्रकार के सामाजिक व धार्मिक आयोजनों पर बिना अनुमति के रोक लगा दी गई है। इसके बावजूद भी कुछ लोग इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं और लगातार इसका उल्लंघन कर रहे हैं।
ऐसा ही मामला सामने आया है उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले के सीमांत क्षेत्र खटीमा से। पुलिस को गुरुवार देर रात सूचना मिली कि इस्लाम नगर वार्ड नंबर तीन में अब्दुल रज्जाक के घर में भीड़ इकट्ठी है। इसके बाद पुलिस ने छापेमारी कर बिना अनुमति के हो रहे निकाह को रुकवा दिया। काजी व दूल्हे समेत 8 लोगों को गिरफ्तार कर उन पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। साथ ही उनकी कार को भी जब्त कर लिया है।
खटीमा पुलिस जब मौके पर पहुँची तो देखा कि अब्दुल रज्जाक के घर में उसकी बेटी नजाकत की बारात आई है। बारात किच्छा तहसील के सिरौलीकला गाँव आई थी। मौके पर पुलिस ने भीड़ देखी और लोगों को फटकार लगाई। पुलिस को देखकर मौके से कई लोग भाग खड़े हुए। पुलिस ने दूल्हे सलीम, उसके पिता फहीम और निकाह करा रहे काजी समेत आठ लोगों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि धारा 188 का उल्लंघन करने पर सभी लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। हालाँकि, बाद में उन्हें सख्त चेतावनी के साथ जमानत दे दी गई।
पुलिस ने बताया कि इस्लाम नगर क्षेत्र कोरोना संक्रमण के लिहाज से काफी संवेदनशील है। ये वही जगह है जहाँ दो दिन पहले आठ कोरोना संदिग्ध मिले थे। इन सभी को आइसोलेशन में रखा गया है। इसके बाद इस्लामनगर में किसी भी व्यक्ति को बाहर से जाने और वहाँ के लोगों के बाहर जाने पर पूरी तरह रोक लगाई गई है।
गौरतलब है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने देश के लोगों से घर में रहने को कहा है और सोशल डिस्टेंसिंग करने को कहा है। कोरोनावायरस के चलते कई लोगों ने अपनी शादी स्थगित कर दी है, लेकिन कुछ लोग लॉकडाउन का उल्लंघन कर रहे हैं। इनके खिलाफ पुलिस सख्त कार्रवाई कर रही है।