सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर फेक न्यूज शेयर करने के आरोप में वडोदरा पुलिस ने 35 वर्षीय मुहम्मद अबरार हुसैन शेख को गिरफ्तार किया है। अबरार ने जो फर्जी न्यूज शेयर की थी, उसमें कहा गया था कि वैष्णो देवी के मंदिर में फँसे 400 लोगों में से 145 लोगों का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव पाया गया है। बाकियों का टेस्ट जारी है और नए मामले भी सामने आ सकते हैं।
ऑनलाइन पोर्टल DeshGujarat की रिपोर्ट के मुताबिक शहर के साइबर सेल पुलिस स्टेशन ने अबरार शेख के खिलाफ आईपीसी की धारा 502 (2) और आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 54 के तहत केस दर्ज किया गया है। जानकारी के मुताबिक शेख ने कथित पत्रकार अली सोहराब के एक फेसबुक पोस्ट को शेयर किया था। सोहराब का अफवाहें फैलाने और झूठे ट्वीट व पोस्ट करने का पुराना इतिहास है। वह आपत्तिनजक ट्वीट करने के आरोप में यूपी पुलिस की कार्रवाई का सामना भी कर चुका है।
बता दें कि माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने पहले ही ऐसी किसी भी खबर को नकार दिया है, जिसमें मंदिर में श्रद्धालुओं के फँसे होने की बात कही गई है। कटरा में भी कोई श्रद्धालु नहीं फँसा हुआ है। यात्रा पहले ही रोकी जा चुकी है। 18 मार्च को मंदिर बंद हो गई थी। कई लोग मीडिया पर आरोप लगा रहे थे कि जब किसी हिन्दू धार्मिक स्थल में श्रद्धालु होते हैं तो उन्हें ‘फँसा हुआ’ बताया जाता है जबकि मस्जिद के मामले में ‘छिपा हुआ’ कहा जाता है। इसके बाद फेक न्यूज़ का दौर शुरू हुआ, जिसे अली सोहराब जैसों ने हज़ारों तक फैलाया।
दरअसल अली सोहराब ने ये सब तबलीगी जमात की हरकतों को ढकने के लिए किया। वो झूठी खबर फैला कर ये साबित करना चाहता था कि जैसे दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज़ में हज़ारों जमाती इकट्ठे होकर पुलिस-प्रशासन के निर्देशों की अवहेलना कर रहे थे, उसी तरह वैष्णो देवी मंदिर में भी श्रद्धालुओं ने ऐसी ही हरकत की है। जमातियों के कारण भारत में कोरोना वायरस के मामलों में अचानक से तेज वृद्धि हुई है और इसलिए लिबरल गिरोह के कई पत्रकार मजहब और कौम को जिम्मेदार न ठहराने की बात करते हुए घूम रहे हैं।