वाराणसी के ज्ञानवापी ढाँचे और माता श्रृंगार गौरी प्रकरण की पैरोकार करने वाले विश्व वैदिक सनातन संघ के प्रमुख जितेंद्र सिंह विसेन पर हमला किया गया है। दिल्ली में उनके बाएँ कंधे में दो लोगों ने सूई की नीडल घोंप दी और फरार हो गए। इससे उनके शरीर में कंपन हो रहा है। उन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया।
जितेंद्र सिंह विसेन पर यह हमला दिल्ली में हुआ है। आशंका जताई जा रही है कि इंजेक्शन के जरिए उनके बॉडी में कोई जहर, घातक दवा या वायरस डाली गई होगी। डॉक्टरों ने उपचार करने के साथ ही जरूरी जाँचे करवाई है। रिपोर्ट आने पर स्थिति साफ होगी।
डॉक्टरों का कहना था कि इंजेक्शन से यदि उनके शरीर में कुछ डाला गया है तो इसका असर करीब एक सप्ताह बाद ही दिखेगा। डॉक्टरों ने जितेंद्र सिंह को एक सप्ताह बाद आकर खून की जाँच कराने की सलाह दी है। इसके बाद स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
पुलिस को दी गई शिकायत में उन्होंने कहा कि (18 अप्रैल 2023) की रात को वह दिल्ली के पटेल नगर स्थित अपने घर में खाना खाने के बाद समीप के पार्क में टहलने गए थे। टहलने के बाद जब वह वापस घर आ रहे थे तो दो लोगों ने उन्हें पीछे से पकड़ लिया। उनमें से एक ने उनके बाएँ कंधे पर नीडल जैसी चीज घोंप दी। इसकी वजह से उनके शरीर में दर्द, जलन और कंपन होने लगा।
उन्होंने आगे बताया कि उनके शोर मचाने पर दोनों आरोपित भाग निकले। इसके बाद उन्होंने अपने घर कॉल करके घटना की जानकारी दी। इसके बाद उनके परिजन और पड़ोसी उन्हें डॉक्टर राम मनोहर लोहिया अस्पताल में ले गए। अस्पताल में रात भर उपचार कराने के बाद उन्हें राहत महसूस हुई। उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है, शरीर में कंपन और घबराहट बनी हुई है।
उधर, शिकायत मिलने के बाद दिल्ली की पटेल नगर थाने की पुलिस ने मामले की जाँच शुरू कर दी है। जिला पुलिस उपायुक्त संजय कुमार सेन ने बताया कि फिलहाल इस संबंध में कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है। मामले की जाँच की जा रही है। जाँच के बाद जो तथ्य सामने आएँगे, उनके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस आसपास के के सीसीटीवी कैमरों की की जाँच कर आरोपितों की पहचान करने की कोशिश कर रही है। इस संबंध में पुलिस ने जितेंद्र सिंह का बयान ले लिया है। वहीं, जितेंद्र सिंह का कहना है कि इस घटना से वे और उनका परिवार भयभीत है।
बता दें कि जितेंद्र सिंह पहले भी हमले की आशंका व्यक्त कर चुके हैं। उन्होंने कहा था कि मुकदमे से हटने के लिए उन्हें बार-बार धमकी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि बार-धमकी मिलने के बावजूद उन्हें सुरक्षा नहीं दी गई है। गृहमंत्रालय उनकी सुरक्षा की फाइल दबाकर बैठा है।
जितेंद्र सिंह विसेन वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद मामले में याचिकाकर्ता राखी सिंह के वकील हैं। उनकी पत्नी किरण सिंह ट्रांसफर एप्लिकेशन मामले में प्रतिवादी हैं। इसके साथ ही वे लाटभैरव के साथ ही मथुरा की श्रीकृष्ण जन्मभूमि और मध्य प्रदेश के धार स्थित भोजशाला जैसे अन्य मसलों को लेकर देश भर में 11 मुकदमों की पैरोकारी कर रहे हैं।