देश में एक बार फिर से ‘किसान आंदोलन’ शुरू हो गया है। इस दौरान सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियो सामने आई हैं, जिनमें इन तथाकथित किसानों को अराजकता फैलाते हुए और हिंसा करते हुए देखा जा सकता है। हरियाणा-पंजाब के शम्भू बॉर्डर पर इन किसानों ने सबसे ज्यादा उत्पात मचा रखा है। साथ ही ये खालिस्तान का समर्थन भी कर रहे हैं। कई पुलिस वाले घायल हुए हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या ये लोग सचमुच देश के किसानों का प्रतिनिधित्व करते हैं?
एक वीडियो में इन किसानों को पुलिस पर ताबड़तोड़ पत्थरबाजी करते हुए देखा गया। उन्हें खूब पता था कि उनकी हरकतें कैमरे पर रिकॉर्ड की जा रही हैं, लेकिन इसके बावजूद वो नहीं रुके। वीडियो में देखा जा सकता है कि नील रंग के कपड़े पहने एक गुंडे ने तो पुलिस को धमकाने के लिए अपना तलवार तक निकाल लिया।
Watch how Khalistani terrorists, disguising as farmers, are provoking the Haryana Police and attacking at the Shambhu border. pic.twitter.com/srvcstzOD0
— Treeni (@_treeni) February 16, 2024
वहीं एक अन्य वीडियो में एक प्रदर्शनकारी को पुलिस को धमकाते हुए देखा गया। वो कह रहा है, “तुम टोपी वाले हमें नहीं रोक सकते। हम तुम्हारे गर्दन काट लेंगे। हम अपने हाथों से तुम्हें कुचल देंगे।” क्या ये किसी किसान की भाषा हो सकती है?
"You cap wearing people you can't stop us,
— Porus ਪੋਰਸ (@porusofpanjab) February 16, 2024
We will chop of your heads, we will crush u with our hands"
These are words of "peaceful" protest #Shame on those who are supporting them.#FarmerProtest2024 pic.twitter.com/UqzmjMU9S0
एक अन्य वीडियो में देखा जा सकता है कि प्रदर्शनकारी पुलिसकर्मियों से उनके साजोसामान छीन रहे हैं, उन्होंने खुद की सुरक्षा के लिए जो चीजें रखी हैं उन्हें छीना जा रहा है। ये पुलिसकर्मी सिंघु बॉर्डर पर कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैनात किए गए थे।
He snatched some important equipment from the Police & openly bragging about it.
— Mr Sinha (@MrSinha_) February 14, 2024
These goons are called poor farmers? Really? 😡#FarmersProtest2024 #FarmersProtest pic.twitter.com/4sBKcvL723
गालियाँ बकने में भी ये तथाकथित किसान पीछे नहीं हैं। एक वीडियो में इन्हें DSP स्तर के अधिकारी को गाली बकते हुए देखा जा सकता है। पुलिस अधिकारी ने उनसे सिर्फ इतना निवेदन किया था कि वो पीछे हटें और प्रदर्शन को रोकें।
एक DSP रैंक का अधिकारी हाथ जोड़कर समझा रहा है तो समझ नहीं आ रहा.. बात तो फिर वही है के लातों के भूत, बातों से नहीं मानते.. ये लड़ाई किसान के Existence ( अस्तित्व ) की नहीं,, किसान जथेबंदीओ के असितत्व की है 👎 pic.twitter.com/HcuGH39fs1
— Sarpanch Mika Gill (@SarpanchMika) February 16, 2024
वहीं एक तस्वीर ‘मिस्टर सिन्हा’ ने भी डाली, जो मालदीव के खिलाफ मोर्चा खोलने के बाद सुर्ख़ियों में आए थे। उन्होंने लिखा, “ये देखिए, तथाकथित किसानों ने इस निर्दोष पुलिस अधिकारी के साथ क्या किया। इनके परिवार का क्या? इनके मानवाधिकार का क्या? या फिर ये सब सिर्फ गद्दारों के लिए आरक्षित हैं?” इस तस्वीर में किसान प्रदर्शनकारियों के हमले में घायल पुलिसकर्मी को देखा जा सकता है।
This is what so called “farmers” did with this innocent police officer… what about his family? What about his human rights? Or is it reserved for trait0rs only? pic.twitter.com/NMkwsoJ5sA
— Mr Sinha (@MrSinha_) February 13, 2024
पुलिस की गाड़ी तक को नहीं छोड़ा गया। एक वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे खुद को किसान बताने वाले ये गुंडे डंडों से पुलिस के वाहन पर हमला कर रहे हैं। कई पुलिसकर्मी इसमें घायल भी हुए।
These Khalistani Sikhs, posing as farmers, are wreaking havoc on police forces and shamelessly celebrating their violence. Their ideology thrives on chaos, stirring unrest, promoting hatred, and perpetuating violence.#Kisnokonyaydo #KisanAndolan #Pannu #Nijjar… pic.twitter.com/cA8qoKTvwQ
— Indian Troll Lover (@trollove1) February 14, 2024
वहीं नोएडा पुलिस ने जब किसानों के एक समूह को संसद की तरफ मार्च करने से रोका तो उन्होंने उपद्रव शुरू कर दिया। हरियाणा में तो किसानों ने टेनिस गेंदों का इस्तेमाल कर के सर्विलांस ड्रोन्स तक को नुकसान पहुँचाने की कोशिश की। इसके लिए उन्होंने पतंगों तक का इस्तेमाल किया। वहीं किसान आंदोलन में लगातार खालिस्तानी पोस्टर-बैनर भी देखे जा रहे हैं। एक शख्स को आतंकी अमृतपाल की तस्वीर वाला टीशर्ट पहने हुए देखा गया।
हरियाणा पुलिस के CCTV कैमरों में कई ऐसे वीडियो आए हैं। खालिस्तान समर्थक अमृतपाल, जो फ़िलहाल जेल में है, उसकी तस्वीर भी लगाए हुए लोग दिखे। अमृतपाल को असम पुलिस पकड़ कर ले गई, वो वहीं की जेल में बंद है।