विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने ऐसे लोगों की घर वापसी के लिए अभियान चलाने का ऐलान किया है, जिनके पूर्वज हिंदू था। संगमनगरी प्रयागराज में पिछले दिनों हुए दो दिवसीय बैठक में इसका फैसला किया गया। बैठक में तय हुआ ऐसे लोग जो हिंदू धर्म छोड़कर गए हैं, उनसे संपर्क कर मूल धर्म के प्रति उनकी आस्था जागृत की जाएगी। उनकी घर वापसी के लिए अभियान चलाया जाएगा।
बैठक में विश्व हिंदू परिषद ने धर्मांतरण को रोकने के लिए संगठन के कार्य घर-घर तक पहुँचाने का भी निर्णय लिया। विश्व हिंदू परिषद के उपाध्यक्ष चंपत राय ने कहा कि हिंदू आस्था पर कुठाराघात की घटनाएँ लगातार बढ़ रही हैं। इस वजह से अब काशी प्रांत के सभी 19 जिलों में हित चिंतक अभियान चलाकर पाँच लाख लोगों को संगठन से जोड़ा जाएगा। संगठन का यह अभियान 6 नवंबर से 20 नवंबर तक चलेगा।
बैठक में धर्मांतरण के साथ ही लव जिहाद पर भी चर्चा हुई। इस दौरान चंपत राय ने कहा कि विहिप हिंदुओं को जोड़ने का लगातार प्रयास कर रहा है। हिंदुओं पर लगातार हमले हो रहे हैं। लव जिहाद की घटनाएँ बढ़ी हैं और धर्मांतरण के लिए लगातार प्रलोभन दिया जा रहा है। चंपत राय ने कहा कि इसे रोकने के लिए हमें आगे आना होगा।
गौरतलब है कि विश्व हिंदू परिषद की ये दो दिवसीय बैठक प्रयागराज के सहसों के आरडी कॉलेज में 23 और 24 जुलाई को आयोजित की गई थी। इस बैठक में चंपत राय ने संगठन के अन्य कार्यक्रमों के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि संगठन के 60 वर्ष पूर्ण होने वाले हैं। इस उपलक्ष्य में विहिप की ओर से कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएँगे।
उन्होंने बताया कि राष्ट्र को अखंड बनाने के लिए 12 से 16 अगस्त तक संगठन की स्थापना दिवस के कार्यक्रम होंगे। 17 से 24 अगस्त तक काशी प्रांत की प्रत्येक बस्ती खंड में तमाम होंगे। इसके अलावा दुर्गा अष्टमी, गीता जयंती आदि कार्यक्रम भी संगठन की ओर से आयोजित किए जाएँगे।