बिहार में भ्रष्टाचार का एक और नमूना देखने को मिला है। अररिया के सिकटी प्रखंड में 12 करोड़ रुपए की लागत से बना एक पुल उद्घाटन से पहले ही ध्वस्त हो गया। ध्वस्त पुल नदी में समा गया। उक्त पुल बकरा नदी पर बना हुआ था। ये हादसा मंगलवार (18 जून, 2024) को दोपहर 2:05 में हुआ। इस पुल की लंबाई 182 मीटर थी और इसे 3 हिस्सों में बनाया गया था। इसमें से 2 पाए के साथ पुल का 2 हिस्सा पूरा का पूरा ध्वस्त होकर नदी में विलीन हो गया।
इस हादसे के बाद क्षेत्र में हड़कंप मच गया। इससे पहले बने हुए पुल का एप्रोच कट गया था, जिसके बाद इसका निर्माण शुरू करवाया गया था। लोगों का स्पष्ट आरोप है कि निर्माण कार्य में घटिया समाग्रियों का इस्तेमाल हुआ है, भ्रष्टाचार किया गया है। पुल के एप्रोच पथ को बहाल किए जाने की दिशा में विभाग ने काम शुरू किया था। उससे पहले ही ये हादसा हो गया। अररिया के सांसद और विधायक ने इससे जुड़े ठेकेदार पर कार्रवाई की बात कही है।
‘प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना’ के तहत बन रहे इस पुल में करोड़ों रुपए फूँक दिए गए थे। शुरू में इसकी लागत 7.79 करोड़ रुपए थी, लेकिन एप्रोच पथ को मिला कर इसकी लागत 12 करोड़ रुपए हो गई थी। 2021 में इसका निर्माण शुरू हुआ था और जून 2023 में ये बन कर तैयार हुआ था। ग्रामीणों ने बताया कि वो कई दिनों से पुल के स्लैब में दरार देख रहे थे। पहुँच पथ न होने के कारण आवागमन बाधित था। इस पुल का निर्माण केंद्र सरकार के ग्रामीण कार्य विभाग के तहत पड़ोसी जिले किशनगंज के ठेकेदार सिराजुर्रहमान ने कराया है।
उद्घाटन से पहले ही ढह गया अररिया में 12 करोड़ रुपए की लागत से बना पुल!
— Bihar Tak (@BiharTakChannel) June 18, 2024
अररिया में सिकटी प्रखंड स्थित बकरा नदी पर 12 करोड़ रुपए की लागत से पड़रिया पुल का निर्माण किया गया था जिसके 3 पिलर आज नदी में धंस गए और पुल गिर गया। पुल निर्माण करने वाली एजेंसी के लोगों ने मौके पर पहुंचकर… pic.twitter.com/AdAIx3jFVE
भाजपा सांसद प्रदीप कुमार सिंह और सिकटी भाजपा विधायक विजय कुमार मंडल ने कहा है कि इसे संवेदन और विभाग की लापरवाही करार दिया है। दोनों नेताओं ने कहा कि उच्च-स्तरीय समिति बना कर काम किया जाएगा। उक्त पुल पहाड़िया घाट पर बना हुआ था। इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए राज्य सरकार ने कार्यपालक अभियंता, कन्या अभियंता और सहायक अभियंता को निलंबित कर दिया है। DM इनायत खान ने कड़ी कार्रवाई की बात कही है। बिहार में इससे पहले भी कई पुल ध्वस्त हुए हैं।