बिहार में एक नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप कर घटना का वीडियो वायरल करने का मामला सामने आया है। मामला कैमूर जिले का है। मोहम्मद अरबाज नामक युवक ने नाबालिग को शादी का झांसा देकर फँसाया और फिर अपने 3 दोस्तों के साथ मिल उससे बलात्कार किया। इतना ही नहीं, इस पूरी वारदात को आरोपितों ने मोबाइल में रिकॉर्ड भी कर लिया और बाद में उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
मामला संज्ञान में आते ही पुलिस पदाधिकारियों के होश उड़ गए और लड़की के परिवारवाले सन्न रह गए। वायरल वीडियो में देखा गया कि एक चलती कार में कुछ लड़के नाबालिग लड़की का मुँह बंद करके उसका बलात्कार कर रहे हैं और गाड़ी का शीशा लॉक है।
जानकारी के अनुसार इन आरोपितों की पहचान मोहनियां नगर के वार्ड नं.-15 अंतर्गत इस्लामगंज निवासी अरबाज उर्फ अयान, सोनू उर्फ कलाम, सिकंदर व सोनू के रूप में हुई है। लेकिन फिलहाल इनमें से अभी कोई गिरफ्तार नहीं हुआ है। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस छात्रा की मेडिकल जाँच कराने की प्रक्रिया में जुट गई है।
लड़की के मुताबिक आरोपित अरबाज उसे कोचिंग आने-जाने के दौरान मिला था। उसे प्रेम जाल में फँसाया। शादी का झाँसा देकर पिछले 5 महीने से वह लड़की का यौन शोषण कर रहा था। मंगलवार को पीड़िता को कलाम ने मोहनिया में मुंडेश्वरी गेट के पास बुलाया। वहाँ अरबाज और उसके साथी पहले ही गाड़ी लेकर मौजूद थे। लड़की के आते ही उसे गाड़ी में खींच लिया गया। लड़की के आते ही उसे गाड़ी में खींच लिया गया और फिर चारों ने मिलकर उसका बलात्कार किया। जब लड़की ने चिल्ला कर विरोध किया तो उसके मुँह पर पट्टी बाँध दी गई।
यह है वो बलात्कारी अरबाज,जिसने अपने साथियों के साथ मिलकर उस लड़की का बलात्कार किया और विडियो वायरल की। pic.twitter.com/N8Wbnhgc3M
— अरुण दाधीच (@arun__dadhich) November 25, 2019
बता दें, रविवार (नवंबर 24, 2019) की देर शाम महिला थाना पहुँचकर पीड़िता के घरवालों ने मामला दर्ज करवाया। पुलिस भी वीडियो के आधार पर अपराधियों को पहचानने का दावा कर चुकी है।
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक दिलवाज अहमद ने बताया है कि शनिवार की रात सोशल मीडिया पर एक नाबालिग छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म का वीडियो वायरल हुआ। जिसके बाद रविवार को पुलिस पदाधिकारियों के संज्ञान में यह मामला सामने आया।
पुलिस ने आश्वासन दिया है कि आरोपितों को हर हाल में सजा मिलेगी। उन्होंने बताया है कि चारों युवकों की गिरफ्तारी के लिए उनके अभिभावकों पर दबाव डाला जा रहा है और छापेमारी भी जारी है।