कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाले विकास दुबे की तलाश में यूपी पुलिस ने ज़मीन-आसमान एक कर दिया है। पुलिस को फरीदाबाद में फरार विकास दुबे के छुपे होने की खबर मिली थी। इस सूचना इस के बाद मंगलवार (7 जुलाई, 2020) की शाम को फरीदाबाद के दिल्ली मथुरा हाईवे बडख़ल चौक स्थित होटल ओयो ‘श्री सासाराम‘ में छापा मारा गया था। लेकिन, पुलिस के पहुँचने से पहले ही विकास दुबे वहाँ से भाग निकला।
मगर फरीदाबाद पुलिस ने विकास दुबे के 2 साथियों को गिरफ्तार कर लिया। उसने इस बात की पुष्टि की है, कि विकास दुबे उसके साथ था। 30-35 पुलिस अधिकारियों ने सादे कपड़े में फरीदाबाद के होटल में छापा मारा था। साथ ही होटल में गोली चलने की भी खबर सामने आई थी। वहीं होटल के मालिक के अनुसार, पुलिस ने सिर्फ उनके स्टाफ से पूछताछ की थी। और किसी को भी होटल से गिरफ्तार नहीं किया गया है। होटल के मालिक ने फायरिंग की खबर को भी अफवाह बताया है।
पुलिस ने होटल रिसेप्शन से एक सीसीटीवी फुटेज बरामद किया था। जिसमें विकास दुबे की तरह दिखने वाला एक शख्स मास्क लगाए होटल में मौजूद था। लेकिन होटल के मालिक ने उसे पहचानने से इनकार कर दिया। फ़िलहाल अभी तक पुलिस ने होटल में किए रेड पर कोई आधिकारिक जानकारी साझा नहीं की है।
चार आईपीएस अफसरों का ट्रांसफर
विकास दुबे का मामला धीरे धीरे अब पुलिस अफसरों पर भी भारी पड़ रहा है। मंगलवार को योगी सरकार ने एसटीएफ के डीआईजी अनंतदेव तिवारी का तबादला कर दिया। साथ ही तीन अन्य अधिकारियों को भी इधर से उधर किया गया है।
बता दें 8 पुलिस अफसरों में शामिल सीओ देवेंद्र मिश्र की बेटी ने पुलिस को घर में रखी फाइल से एक पत्र निकल कर दिया था। जिसकी वजह से ही अनंतदेव तिवारी का ट्रांसफर किया है। पत्र में यह बात सामने आई थी, कि बलिदान देवेंद्र मिश्र ने पहले ही चौबेपुर के थानाध्यक्ष विनय तिवारी और विकास दुबे की साँठगाँठ की पोल खोली थी। जिसके बावजूद उप महानिरीक्षक अनंत देव तिवारी ने दोनों पर कोई कार्रवाई नहीं की थी।
चौबेपुर थाने के 68 पुलिसकर्मी लाइन हाजिर
विकास दुबे की मदद और दबिश मुखबरी जैसे कई गंभीर आरोपों का सामना कर रहे चौबेपुर थाने के सभी 68 पुलिसकर्मी लाइन हाजिर कर दिए गए हैं। मंगलवार शाम एसएसपी दिनेश कुमार ने ये कार्रवाई की है। कानपुर के चौबेपुर थाने में पोस्टेड सभी सब इंस्पेक्टर, कॉन्स्टेबल और हेड कॉन्स्टेबल का पुलिस लाइंस में ट्रांसफर कर दिया गया है। वहीं अब थाने में नए पुलिस कर्मियो की तैनाती की गई है।
इससे पहले कानपुर मुठभेड़ में आठ पुलिस कर्मियों की हत्या के बाद शक के घेरे में आए चौबेपुर के थानाध्यक्ष विनय तिवारी को निलंबित कर दिया गया था।
उल्लेखनीय है कि कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों की जान लेने वाले विकास दुबे पर नकेल कसने की दिशा में पुलिस ने विकास के सबसे बड़े सहयोगी अमर दुबे को एनकाउंटर में मार गिराया है। हमीरपुर में बुधवार (जुलाई 8, 2020) की सुबह यूपी एसटीएफ और हमीरपुस पुलिस को एक संयुक्त ऑपरेशन के दौरान ये सफलता मिली। अमर दुबे मध्य प्रदेश की सीमा में घुस कर फरार होने की कोशिश में लगा था।
वहीं यूपी पुलिस ने 15 ऐसे लोगों का पोस्टर जारी किया है, जिन पर विकास दुबे की मदद करने का संदेह है। पोस्टर में उन सभी सहयोगियों का नाम भी साफ़ तौर पर लिखा है।