पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले में लगातार खुलासे हो रहे हैं। ये खुलासे ममता बनर्जी की सरकार में मंत्री रहे पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी के नजदीकी रिश्ते को भी बयाँ करते हैं। मीडिया रिपोर्टों में बताया गया है कि अर्पिता मुखर्जी की 31 एलआईसी पॉलिसी में नॉमिनी के तौर पर पार्थ चटर्जी का नाम दर्ज है।
SSC भर्ती घोटाले की ईडी जाँच में अब तक 50 करोड़ से अधिक कैश के साथ-साथ करोड़ों के जेवरात और प्रोपर्टी के पेपर मिले हैं। अर्पिता के घर से ईडी की टीम ने एलआईसी (LIC) की 31 पॉलिसी के पेपर जब्त किए हैं। ये सभी एलआईसी अर्पिता के नाम पर हैं। इनमें नॉमिनी की जगह पार्थ चटर्जी का नाम लिखा हुआ है। एलआईसी हो या फिर कोई और पॉलिसी आमतौर पर पॉलिसी होल्डर नॉमिनी में अपने परिवार के सदस्य मसलन माता-पिता अथवा पति-पत्नी का नाम देते हैं। ऐसे में पार्थ चटर्जी का नाम होना बताता है कि इनके बीच कितना ‘नजदीकी रिश्ता’ है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, टीएमसी के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी ने अर्पिता मुखर्जी के साथ एलआईसी पॉलिसी के जरिए बड़ा निवेश कर रखा है। अर्पिता के घर से ईडी ने एडीएसआर बोलपुर (ADSR Bolpur) के कार्यालय में पंजीकृत दस्तावेज भी बरामद किए। इन दस्तावेजों में उल्लेख किया गया है कि दोनों 2012 से एक-दूसरे को जानते थे। पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी ने 1 जनवरी 2012 को एपीए यूटिलिटी सर्विसेज (APA utility services) के तहत पार्टनरशिप डीड की थी। एजेंसी ने कहा, “आरोपितों ने कुछ संपत्तियाँ कैश देकर भी खरीदी थीं। इन संपत्तियों को खरीदने के लिए इस्तेमाल किए गए धन का स्रोत पता लगाया जा रहा है।”
गौरतलब है कि पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी करोड़ों रुपए के एसएससी भर्ती घोटाले को लेकर ईडी की हिरासत में हैं। प्रवर्तन निदेशालय अर्पिता मुखर्जी के घरों पर छापेमारी कर अब तक 50 करोड़ रुपए से ज्यादा कैश और 5 किलो सोना बरामद कर चुका है। उनके घर से सेक्स टॉय मिलने की भी खबरें सामने आई थी।
बीते दिनों बैसाखी बनर्जी ने बताया था कि पार्थ चटर्जी कई महिलाओं पर मेहरबान थे। उनके मोनालिसा दास के साथ भी रिश्ते थे। कथित तौर पर चार-पाँच लड़कियाँ पार्थ चटर्जी के आसपास हमेशा मँडराती रहतीं थी, जो उनका पसीना तक पोछती थीं।