झारखंड की एक मुस्लिम महिला सुल्ताना ने विधवा होने के बाद घनश्याम नाम के हिंदू लड़के से शादी की। शादी के 10 महीने बाद महिला के मामा सुलेमान ने उस लड़के की हत्या कर दी है। सुल्ताना कोडरमा के डोमचांच की रहने वाली है। सुल्ताना का मामा सुलेमान इस शादी से नाराज था। उसने सुल्ताना को धमकी दी थी कि अगर उसने शादी नहीं तोड़ी तो वह छोड़ेगा नहीं। सुल्ताना के दो छोटे-छोटे बच्चे हैं।
दरअसल, तीन साल पहले सुल्ताना खातून के मजदूर शौहर की मौत हो गई थी। वह अपने दो छोटे की बच्चों की परवरिश नहीं कर पा रही है। इसके बाद उसने दोबारा शादी करने का निर्णय लिया। सुल्ताना ने घनश्याम नाम के एक हिंदू लड़के से शादी करने का फैसला किया। शादी के बाद दोनों खुशहाल जीवन जी रहे थे। हालाँकि, मुँहबोले मामा सुलेमान को यह रिश्ता मंजूर नहीं था।
वहीं, सुल्ताना ने अपने मामा की धमकी को नजरअंदाज कर दिया था। हालाँकि उसे पता नहीं था कि शादी के महज 10 महीने बाद ही उसका मामा फिर से उसे विधवा बना देगा। पति की हत्या के बाद सुल्ताना ने पुलिस में शिकायत कराई है और न्याय की माँग की है। सुल्ताना ने बताया है कि इस शादी से किसी को ऐतराज नहीं था, सिवाय मामा के।
उसने बताया, “मैंने अपनी माँ की सहमति से ही घनश्याम दास से कोर्ट मैरिज की थी। मेरे दो छोटे बच्चे हैं। मैंने उन्हीं का मुँह देखते हुए ये कदम उठाया था। उस समय भी मामा ने कहा था कि वो सही नहीं कर रही है। लेकिन ये धमकी हकीकत में बदल जाएगी, किसी ने नहीं सोचा था।” सुल्ताना ने आरोप लगाया है कि सुलेमान ने घनश्याम को शराब में कुछ मिलाकर पिला दिया और उसके पति की जान ले ली।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कोडरमा के एसपी अनुदीप सिंह ने कहा है कि रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि मामले की जाँच चल रही है। वहीं, सुल्ताना ने कहा, “मैंने गैर मुस्लिम लड़के से शादी की थी, इसलिए मेरे पति को मार डाला गया।” वहीं, सुल्ताना की माँ ने कहा कि सुलेमान को यह पसंद नहीं था कि वह गैर-मुस्लिम से शादी करे।
घटना को याद करते हुए सुल्ताना ने कहा, “13 दिसंबर 2023 को जब पति घर आए तो उन्हें उल्टी हुई थी। तबियत खराब होने के बाद उन्हें सदर अस्पताल ले जाया गया था, जहाँ से उन्हें रिम्स के लिए रेफर कर दिया गया। पति ने अपनी मौत से पहले मुझे बताया था कि सुलेमान मियाँ और चार अन्य लोगों के साथ उसने शराब पी थी।”
सुल्ताना का कहना है कि 13 दिसंबर को उसके पति की मौत होने के बाद उसने 14 दिसंबर 2024 को थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। महिला का आरोप है कि मामला दर्ज कराए एक महीना होने के बावजूद यह केस थोड़ा सा भी आगे नहीं बढ़ा है। अब इंसाफ के लिए वह जगह-जगह गुहार लगा रही है।