दिल्ली के जंतर मंतर पर पहलवानों का धरना जारी है। उनके समर्थन में रविवार (7 मई 2023) को किसान नेता राकेश टिकैत और जाटों के खाप नेताओं के साथ बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी दिल्ली पहुँचे। संख्या और हालात को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हुए हैं। इस दौरान टिकैत ने केंद्र की मोदी सरकार को चेतावनी है।
केंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए किसान नेताओं ने कहा कि अगर भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह को 15 दिनों में गिरफ्तार नहीं किया गया तो बड़ा फैसला लिया जाएगा। हालाँकि, किसान नेताओं ने ये नहीं बताया कि ये बड़ा फैसला क्या होगा।
धमकाने वाले अंदाज में राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार पर जो भूत चढ़ा है, उसे उतारना पड़ेगा। पता नहीं वह कितने दिनों में उतरेगा। भूत उतारने के लिए कभी-कभी मिर्ची का भी इस्तेमाल करना पड़ता है और कभी-कभी कुछ और करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि 20 मई को 5000 किसान जंतर मंतर के लिए कूच करेंगे। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन लंबा चलेगी।
टिकैत ने कहा कि खापों को प्रतिदिन ड्यूटी दी जाए, रोस्टर बनाया जाए। आंदोलन चलाने के लिए पहलवान को समितियाँ, खाप और किसान संगठन समर्थन देंगे। 21 मई को भविष्य का रोडमैप तैयार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ये पहलवान देश की संपत्ति हैं।
जंतर मंतर पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में टिकैत ने कहा कि 1 मई तक बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार किया जाना चाहिए। वहीं, बीकेयू उगराहां के अध्यक्ष जोगिंदर उगराहां ने ऐलान किया 11 मई से 18 मई के बीच देश भर में मोदी सरकार और बृजभूषण शरण सिंह की अर्थी जलाई जाएगी।
विनेश फोगाट ने एबीपी न्यूज से बातचीत में कहा था, “हमें लगा कि हम कमेटी में बात करेंगे तो सब सही हो जाएगा, लेकिन इतने सेंसिटिव मुद्दे का मजाक बना दिया गया। अगर बृजभूषण शरण सिंह को जेल नहीं हुई तो वो सभी 7 पहलवानों की जान ले लेगा।”