उत्तर प्रदेश में मुलायम सिंह यादव के समर्थकों द्वारा दलितों की पिटाई किए जाने की बात सामने आई है। अमर उजाला में प्रकाशित एक ख़बर के अनुसार, मैनपुरी के नगला मान्धाता गाँव में यह घटना हुई। बता दें कि सपा के संस्थापक और संरक्षक मुलायम सिंह यादव की राजनीतिक कर्मभूमि मुख्य रूप से मैनपुरी ही रही है और वह यहाँ से 5 लोकसभा चुनावों में जीत दर्ज कर चुके हैं। पिछली लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने यहाँ से जीत दर्ज की थी लेकिन 2 सीटों पर चुनाव लड़ने के कारण उन्हें यह सीट छोड़नी पड़ी थी। मुलायम ने ताज़ा लोकसभा चुनाव में भी यहाँ से जीत दर्ज की है। इसके बाद इलाक़े में यादवों की गुंडागर्दी शुरू हो गई है।
ग्राम पंचायत उनवा संतोषपुर के मजरा उनवा निवासी प्रेम सिंह सोमवार (मई 27, 2019) को खेतों में जानवर चराने गए थे। उनके पिता का नाम रामदास है। उनके साथ उनके परिवार का एक बच्चा भी था। उसी दिन शाम 4 बजे प्यास लगने पर वे एक ट्यूबवेल पर पानी पीने चले गए। यह ट्यूबवेल गाँव के किसी यादव की है। एक दलित को अपने ट्यूबवेल पर पानी पीते देख भड़के यादवों ने प्रेम सिंह को धमकाया। यादवों ने कहा “एक तो तुम लोगों ने लोकसभा चुनाव में महागठबंधन प्रत्याशी को वोट नहीं दिया और ऊपर से हमारे ही ट्यूबवेल में पानी पीते हो।” इसके बाद प्रेम सिंह के साथ मारपीट की गई। बच्चे को भी नहीं बख्शा गया।
जब वे अपनी शिकायत लेकर पुलिस के पास पहुँचे तो पुलिस ने उनकी बातों को गंभीरता से नहीं लिया। इसके बाद जब प्रेमसिंह का भतीजा रिंकू उर्फ फौजी मंगलवार की सुबह क़रीब 8 बजे ट्यूबवेल के पास खेत में भूसा उठाने गया, तब यादवों ने उस पर भी हमला बोल दिया। जब शोर सुनकर रिंकू के घर के लोग पहुँचे तो हमलावरों ने उन सबकी लाठी-डंडे से पिटाई की। इतना ही नहीं, दहशत फैलाने के लिए हवाई फायरिंग भी की गई। पीड़ित पक्ष ने 100 नंबर पर पुलिस को सूचना दे दी। इसके कुछ देर बाद 100 नंबर वाली और चौबिया थाना पुलिस मौके पर पहुँची।
हमलावर अभी तक पुलिस की गिरफ़्त में नहीं आए हैं। पुलिस ने मौके पर पहुँच कर उन्हें खदेड़ा लेकिन वे कई किलोमीटर तक भागने के बाद निकल गए। घायल रिंकू बीएसफ जवान है और उसके पिता का नाम रामनरेश है।मारपीट में प्रेम सिंह की पत्नी सीता देवी, गुलाब सिंह पुत्र लज्जाराम, उनकी पत्नी बीनू देवी, शशि पत्नी सुखबीर सिंह घायल हो गए। कहा जा रहा है कि जिस गाँव में प्रेम और रिंकू रहते हैं, उस गाँव में स्थित बूथ पर मुलायम सिंह यादव को कम वोट पड़े थे, यही यादवों की बौखलाहट का कारण है। यहाँ तक की दलित महिलाओं से भी मारपीट की गई, जिसमें कई महिला एवं पुरुष घायल हुए।
मैनपुरी में इस घटना के बाद लगातार तनाव बना हुआ है। दलितों की शिकायत पर पुलिस आगे की कारवाई करने में लगी हुई है। जिस तरह से दलितों, महिलाओं और यहाँ तक की बीएसएफ जवान तक को अपनी गुंडागर्दी का शिकार बनाया गया, उसे लेकर दलित समाज में आक्रोश है।