सीबीआई ने एविएशन स्कैम मामले में यास्मीन कपूर को गिरफ़्तार कर लिया है। यास्मीन जुलाई में गिरफ्तार किए गए दीपक तलकर की क़रीबी है। तलवार कॉर्पोरेट लॉबिस्ट है। यह कार्रवाई विदेशी मुद्रा विनियम अधिनियम के तहत की गई है। इस वर्ष फ़रवरी में यास्मीन को अदालत ने गिरफ़्तारी से राहत प्रदान की गई थी।
इसी स्कैम को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री और एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल से ईडी 3 दिनों तक पूछताछ कर चुकी है। एविएशन स्कैम में जो भी डील हुए हैं, वो सभी यूपीए सरकार के कार्यकाल में हुए। दीपक तलवार ने एविएशन कंपनियों, अधिकारियों और नेताओं के साथ मिल कर उन्हें फायदा पहुँचाने के लिए साज़िश रची थी और लॉबिंग की थी।
Central Bureau of Investigation (CBI) has arrested Yasmin Kapoor, alleged close aide of Corporate Lobbyist Deepak Talwar in connection with Foreign Contribution (Regulation) Act (FCRA) case. More details awaited.
— ANI (@ANI) September 11, 2019
कुछ विदेशी एयरलाइन्स के लिए मनमाफिक ट्रैफिक रूल्स तय किए गए थे, जिससे एयर इंडिया को ख़ासा नुकसान हुआ था। मई में अदालत ने यास्मीन कपूर से इस स्कैम के सम्बन्ध में जवाब माँगा था। ईडी ने अदालत में यास्मीन कपूर को सभी आरोपितों के कारनामों के ख़ुलासे के लिए एक अहम लिंक बताया था। स्कैम के दौरान यास्मीन को भी काफ़ी फायदे हुए और उसकी संपत्ति में भी बहुत वृद्धि हुई।
दीपक तलवार ने एयर इंडिया को नुकसान पहुँचाते हुए वर्ष 2008-09 के दौरान विदेशी विमानन कंपनियों के लिए उनकी पसंद के यातायात अधिकार व नियमों का प्रबंध किया था। जाँच से इस बात का भी खुलासा हुआ था कि इसके बदले विमानन कंपनियों ने 2008-09 में तलवार को 272 करोड़ रुपए का भुगतान किया था। इन रुपयों के कुछ हिस्से को बैंक ऑफ सिंगापुर में एम/एस एशियाफील्ड लिमिटेड नामक कंपनी में जमा करवाया गया, जो ब्रिटिश वर्जिन आइसलैंड में रजिस्टर्ड दीपक तलवार के स्वामित्व वाली कंपनी है।