छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज भाजपा सांसद उदयनराजे भोसले ने आगरा में निर्माणाधीन मुगल संग्रहालय का नाम छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम पर रखने के लिए उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ को उपहार देते हुए उनके फैसले की सराहना की है। वहीं भाजपा सांसद ने इसका वीडियो अपने ट्विटर एकाउंट पर भी शेयर किया है।
आग्रा येथे मुघल संग्रहालयाला छत्रपती शिवाजी महाराजांचे नाव देण्याची घोषणा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यांनी नुकतीच केली. त्यांच्या या निर्णयाबद्दल छत्रपती शिवाजी महाराजांचे वंशज या नात्याने राजमुद्रा भेट देवून योगी आदित्यनाथ यांचे आभार मानले.@myogiadityanath pic.twitter.com/mco2Neqknl
— Chhatrapati Udayanraje Bhonsle (@Chh_Udayanraje) February 6, 2021
योगी आदित्यनाथ ने 14 सितंबर 2020 को आगरा में 141 करोड़ रुपए में बन रही मुगल संग्रहालय का नाम बदलने का फैसला करते हुए यह ऐलान किया था कि संग्रहालय अब छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम से जाना जाएगा। यह निर्णय पिछले साल आगरा मंडल के विकास कार्यों की समीक्षा बैठक में लिया गया था।
योगी आदित्यनाथ के हवाले से एक प्रेस बयान में कहा गया था, “मुगल हमारे नायक कैसे हो सकते हैं? इसकी जगह शिवाजी का नाम राष्ट्रवाद और आत्मसम्मान की भावना को बढ़ावा देगा।”
सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि सीएम योगी ने यह स्पष्ट किया कि उत्तर प्रदेश सरकार राष्ट्रवादी विचारों को पोषित करने वाली है। गुलामी की मानसिकता के प्रतीक चिन्हों को छोड़, राष्ट्र के प्रति गौरवबोध कराने वाले विषयों को बढ़ावा देने की आवश्यकता है।
हालाँकि, आगरा में मुगल संग्रहालय का नाम छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम से बदलने पर सपा और कॉन्ग्रेस के नेताओं ने सीएम योगी आदित्यनाथ की काफी आलोचना की थी।
गौरतलब है कि आगरा में मुगल संग्रहालय की आधारशिला जनवरी 2016 में तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रखी थी। जब यह पूरा हो जाएगा, तो यह आगरा का चौथा संग्रहालय होगा, जिसमें शहर के सभी ऐतिहासिक स्मारकों का मॉडल रखा जाएगा।
विभिन्न युगों के अनुसार आगरा के डिजिटल मानचित्र भी विभिन्न उत्खनन स्थलों के विवरण के साथ संग्रहालय में रखे जाएँगे। इसमें महाभारत काल के साथ-साथ मुगल बादशाह अकबर के अधीन आगरा का पौराणिक ‘आगरा वन’ भी शामिल होगा। इसके अलावा आगरा के हस्तशिल्प को भी संग्रहालय में प्रदर्शित किया जाएगा।