Wednesday, July 3, 2024
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यह एक सामान्य तस्वीर नहीं, AAP की उस सोच का नग्न प्रदर्शन है जो देश की हर बेटी के लिए है खतरा

अगर केजरीवाल मानते हैं कि कुछ गलत नहीं हुआ तो इस पर अरविंद केजरीवाल को अपना पक्ष रखना चाहिए, इस पर सफाई देनी चाहिए और अगर ऐसा नहीं है कि तो उन्हें बताना चाहिए कि क्या मजबूरी है जो वो बिभव पर कार्रवाई करने से डर रहे हैं।

दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर पर स्वाति मालीवाल के साथ हुई बदसलूकी का मामला अभी मीडिया में ठंडा भी नहीं हुआ कि सीएम केजरीवाल अपने उस सेक्रेट्री बिभव कुमार के साथ पब्लिक में नजर आ गए जिस पर स्वाति को पीटने का इल्जाम लगा है। अचंभित करने वाली बात तो ये है कि केजरीवाल और बिभव के बीच में AAP नेता संजय सिंह भी दिखाई दे रहे हैं जिन्होंने पार्टी फोरम से आकर ऐलान किया था कि उनकी पार्टी स्वाति मालीवाल के साथ है और आरोपित के खिलाफ कार्रवाई होगी।

अचानक खींची गई तस्वीर में बिभव को संजय सिंह के ठीक पीछे देखा जा सकता है। वहीं केजरीवाल को गुलदस्ता लेकर मुस्कुराते हुए। तस्वीर देखकर लगता है कि मानो पार्टी में सब कुछ ठीक है और बिभव के साथ केजरीवाल का दिखना सामान्य बात है। लेकिन हकीकत ऐसी नहीं है। न पार्टी में कुछ ठीक है और न ही इस तस्वीर में। यह तस्वीर AAP की उस सोच का नग्न प्रदर्शन है जो देश की हर बेटी के लिए है खतरा, जिससे तमाम सवाल खड़े होते हैं।

केजरीवाल की जो फोटो आप देख रहे वो तस्वीर मात्र नहीं है। ये फोटो उस महिला सांसद के जख्मों पर नमक रगड़ने जैसा है जिसके साथ सीएम आवास में मारपीट हुई है और वो उसके बाद से मीडिया में आ भी नहीं पा रहीं। खुद स्वाति मालीवाल की माता ने कल कहा कि उनकी बेटी अभी बात करने की स्थिति में नहीं है।

सोचिए उनके साथ ऐसा क्या हुआ होगा उस दिन, जो हजारों लोगों के लिए आवाज उठाने वाली महिला से खुद के लिए नहीं बोला जा रहा। वो चारदीवारी में हैं और मीडिया के सामने आने से परहेज कर रही हैं। उनकी इस चुप्पी ने जहाँ तमाम सवाल खड़े किए हुए हैं। वहीं सीएम की यह फोटो देख लोग कह रहे हैं कि ये कितनी बड़ी बेशर्मी की बात हैं कि जिस पीए पर इतना गंभीर इल्जाम हैं उसे लेकर केजरीवाल साथ घूम रहे हैं। उसके साथ फोटो में आ रहे हैं और सवाल पूछे जाने पर भी इस मुद्दे पर कुछ नहीं बोल रहे। उलटा जो इस मामले को छोटा और मामूली दिखा रहा है उसे शांत रहकर समर्थन कर रहे हैं।

जी हाँ, लखनऊ में अखिलेश यादव के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस के वक्त जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो वो एकदम चुप हो गए, वहीं अखिलेश यादव ने जब इसे छोटा मुद्दा बताकर दिखाने का प्रयास किया, तब भी वो कुछ नहीं बोले। उनके इस रवैये से सोशल मीडिया पर यूजर्स काफी नाराज हैं। भाजपा के नेता उनसे सवाल कर रहे हैं कि एक महिला के साथ बदसलूकी मामले पर ये कौन सा रवैया है जो अरविंद केजरीवाल सार्वजनिक तौर पर दिखाने का प्रयास कर रहे हैं। इससे तो यही साफ होता है कि हमला उनके इशारे पर हुआ है।

सबका एक ही कहना है कि अगर केजरीवाल मानते हैं कि कुछ गलत नहीं हुआ तो इस पर अरविंद केजरीवाल को अपना पक्ष रखना चाहिए, इस पर सफाई देनी चाहिए और अगर ऐसा नहीं है कि तो उन्हें बताना चाहिए कि क्या मजबूरी है जो वो बिभव पर कार्रवाई करने से डर रहे हैं। 72 घंटे मामले को बीत चुके हैं लेकिन एफआईआर तक नहीं हुई जबकि संजय सिंह ने खुद कहा था कि पार्टी कार्रवाई करेगी।

घटना के बाद बिभव पर एक्शन लेना तो दूर केजरीवाल और संजय सिंह उसे लेकर साथ में घूम रहे हैं। उनकी ऐसी तस्वीर देख सोशल मीडिया पर लोग ये अंदाजा लगा रहे हैं कि कहीं बिभव पर कोई ऐसे राज तो नहीं जिसका केजरीवाल को डर है अगर बाहर आ गया तो वो नए विवाद में फँस जाएँगे या फिर ऐसा तो नहीं इस मारपीट मामले में खुद केजरीवाल भी शामिल हों, जिसके कारण महिला सांसद चुप हों और मारपीट करने वाला बिभव आजाद।

कारण जो भी, लेकिन जब तक स्वाति मालीवाल मीडिया में आकर इस मुद्दे पर कुछ नहीं बोलतीं, सच्चाई नहीं पता चल पाएगी और अरविंद केजरीवाल की ऐसी तस्वीरों पर लगातार सवाल उठेगा। उनसे पूछा जाएगा कि जब वो अपनी पार्टी की महिला सांसद को न्याय नहीं दिलवा पा रहे तो फिर राजधानी की लाखों लड़कियाँ उनपर कैसे भरोसा करें। आज आम आदमी पार्टी का ये रवैया और केजरीवाल का इस मुद्दे पर मौन हर लड़की के लिए एक खतरे की घंटी है। उन्हें सोचना तो पड़ेगा कि उन्होंने किस पर विश्वास किया है और समय आने पर इसके बदले उन्हें क्या मिलेगा।

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