गुजरात के सूरत से हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहाँ आम आदमी पार्टी (AAP) की एक पार्षद रूटा दूधगरा (26) ने अपने पति चिराग (28) के साथ तलाक के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है। सूरत नगर निगम के वार्ड नंबर 3 की पार्षद रूता दूधगरा ने दावा किया है कि बीजेपी के कामरेज विधायक वी डी झालावाडिया ने उन्हें बीजेपी में शामिल होने के लिए 3 करोड़ रुपए ऑफर किया था।
रूटा ने आरोप लगाया है कि जब उन्होंने बीजेपी में शामिल होने से इनकार कर दिया तो वीडी झालावाडिया ने उनके पति को भी इसी तरह की पेशकश की। इसी कारण से दोनों के बीच विवाद हुआ। आप पार्षद के मुताबिक, उसके पति और बीजेपी विधायक में 25 लाख रुपए में डील तय हुई थी, जो कि उसके लिए नैतिक रूप से स्वीकार्य नहीं था।
रूटा ने दावा किया, “मैंने अपने मतदाताओं को अपने पति के ऊपर चुना और तीन हफ्ते पहले तलाक ले लिया।” आप पार्षद के आरोपों से राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है।
आप पार्षद ने कहा, “मैं कभी बीजेपी में शामिल नहीं होऊँगी। मेरे मतदाताओं ने मुझ पर विश्वास किया है और मैं उन्हें कभी धोखा नहीं दूँगी।”
हालाँकि, झालावाडिया ने इन आरोपों से इनकार करते हुए आम आदमी पार्टी पर उन्हें बदनाम करने का आरोप लगाया है। बीजेपी विधायक ने कहा कि उन्होंने न तो पार्षद को पैसे की पेशकश की और न ही उनके पति से संपर्क किया था।
आप पार्षद ने पति के खिलाफ लिया कानूनी रास्ता
आम आदमी पार्टी की पार्षद रूटा दूधगरा ने पति से तलाक लेने के बाद अपने सामान के वापस पाने के लिए कानूनी रास्ता अपनाया है। उनके कीमती सामानों में उनकी मार्कशीट, पहचान पत्र, पार्षदी से जुड़े दस्तावेज और लैपटॉप शामिल हैं।
पेशे से डिप्लोमा धारी आईटी इंजीनियर रूटा ने दावा किया है कि जब बीते कुछ महीनों के दौरान जब उनके पति बेरोजगार थे तो उन्होंने उसे 7 लाख रुपए लिए थे। इसके अलावा 90 ग्राम सोने के गहने भी पति ने ही ले लिए थे। आप नेता ने कहा कि वह पैसों को तो अलग होने के पेमेंट के तौर पर छोड़ देंगी, लेकिन वह ज्वेलरी वापस लेंगी।
पति पर लगाया मारपीट का आरोप
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, आम आदमी की पार्षद रूटा ने अपने पति चिराग पर इसी साल (2021) अप्रैल के महीने में मारपीट करने का आरोप लगाया है। रूटा ने कहा, “वह अलग होने के बाद भी मुझे धमका रहा है और मेरे कीमती सामानों को वापस नहीं कर रहा है। इसीलिए मैंने कानूनी विकल्प चुना है।”
दूधगरा ने कहा कि उनका उनके पति के साथ बीते एक साल से विवाद चल रहा था। उन्होंने आरोप लगाया कि मेरी जीत के कुछ सप्ताह के दौरान वह (पति) लगातार मुझपर भाजपा में शामिल होने का दवाब बना रहा था।