मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की नेतृत्व वाली दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार पर लगे शराब घोटाले में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। भाजपा ने इस घोटाले के आरोपित नंबर 9 अमित अरोड़ा का एक वीडियो जारी है। भाजपा इसे स्टिंग ऑपरेशन बता रही है, जिसमें आरोपित शराब घोटाले के बारे में लोगों को बता रहा है।
इस आरोपित सामने वाले शख्स को बता रहा है कि दिल्ली सरकार की शराब पॉलिसी से किन-किन लोगों को लाभ पहुँचाने की कोशिश की गई और यह कैसे-कैसे अंजाम दिया गया। इसमें शख्स ने विस्तार से बताया है। उसने बताया कि इसमें आम आदमी पार्टी के नेताओं को कई सौ करोड़ रुपए का लाभ पहुँचा है। शख्स ने कहा कि जिनको फायदा पहुँचा है, उन सभी ने अरविंद केजरीवाल को पैसे दिए हैं। किसी ने 100 करोड़ दिए, किसी ने 60 करोड़ दिए तो किसी ने 30 करोड़।
दो लोगों को कैसे मिला 10 हजार करोड़ रुपये का धंधा।
— BJP (@BJP4India) September 15, 2022
10 करोड़ लगाकर कैसे कमाए गए 150 करोड़ रुपये।
देखिए, केजरीवाल सरकार के शराब घोटाले पर एक और सनसनीखेज खुलासा। pic.twitter.com/5SmFgoI1lm
वीडियो मे अमित अरोड़ा बताया जा रहा शख्स कहता है, “देखो जी ऐसा है, इंडो स्पिरिट वाला तो 100 करोड़ रुपए एडवांस देकर बैठे थे। वो तो कहते थे कि 100 रुपए की ज्वॉइनिंग की है। वो सबको बोलते थे कि सबसे बड़ा धंधा उसी के पास था। अब 100 रुपए की ज्वॉइनिंग में भी एक ये भी ब्लैक एंड ह्वाइट करने का धंधा है। भाई आज आप 100 रुपया किसी को एडवांस में किसी को दे दो और जब वापस मिलेगा तो सब ह्वाइट में। जो कैश दे रहा है वो तो ब्लैक को ह्वाइट ही कर रहा है। मैंने कैश दे दिया और आपने फिक्स मार्जिन दे दिया। उसके बाद अमन डल जो 60-70 करोड़ मार्केट में है, वो उसने दिए। क्योंकि, हर आदमी बोलता था कि हमें भी धंधा दे दो। वो इतने में दे देंगे किसी को। इतने पैसे देने की किसी की हिम्मत नहीं है। अब हमारे पास कहाँ से आ जाएँगे इतने पैसे?”
वीडियो में दिख रहा शख्स आगे कहता है, “ऐसे ही ये महादेव लिक्वर है। महादेव लिक्वर ने भी इतने ही पैसे दिए, 50 करोड़ रुपए। इसके बिना धंधा नहीं मिल सकता। वैसे ही वो दिवांस स्पिरिट है। उसका धंधा इनसे थोड़ा सा था तो उसने 30 करोड़ रुपए दिए। अमन डल और अनंत वाइन्स, दो आदमियों को 10,000 करोड़ रुपए का धंधा दिया गया। ये दो आदमियों को ही क्यों दिए गए? कंप्टीशन तो कस्टमर के अच्छी बात है। आज की डेट में अमन डल, प्रिंटको और अनंत पंजाब में किसी का धंधा बंद करवा सकते हैं। जिसको ये माल ना दें, उसकी दुकान बंद हो जाएगी। वो बेचारा पैसे देकर मर जाएगा।”
शख्स आगे कहता है, “पंजाब के किसी भी रिटेलर से जो बताने की हिम्मत करेगा, उससे पूछ पूछ लो। इसमें मेरा नाम इसलिए क्योंकि मैं रिटेलर हूँ और मैं दिनेश अरोड़ा को जानता था। मेरे को लोग दिनेश अरोड़ा बोलते हैं, लेकिन मेरा नाम अमित अरोड़ा है। मुझे एक परसेंट का भी धंधा नहीं मिला। मेरे पास रिटेल का धंधा है, जो मुझे हाईकोर्ट से मिला है। अब मेरा नाम डाल दिया। जब मेरा नाम डाल दिया तो मैंने इन्क्वायरी ज्वॉइन कर ली। पॉलिसी बनाने में सारा काम विजय नायर का था, समीर महेंद्रू का था, अमन डल का था, मैडम चड्ढा का था और एक अरुण पिल्लई थे।”
इस घोटाले में शामिल लोगों के नाम लेते हुए वह शख्स आगे कहता है, “ये जो अमन डल है वो ब्रिंडको का है और जो समीर महेंद्रू है वो इंडो स्पिरिट है, मैडम चड्ढा महादेव लिक्वर है। अगर कोई बंदा ड्रग्स भी बेचे तो इतना धंधा ना कमा पाए। 10 करोड़ रुपए लगाए हैं और 150-150 करोड़ रुपए कमाए हैं अभी तक। ये सिर्फ पैसा कमाने का तरीका नहीं था, ये एक और तरीका था। क्या किया का 100 करोड़ रुपए एडवांस दे दिया कैश में। इन्होंने 100 करोड़ रुपए लगा दिए इलेक्शन में कहीं भी। अब वो पैसा जब वापस आ रहा है तो… पहली पॉलिसी ऐसी है जिसके अंदर लिखा है कि इस पैसे का आपको 12 परसेंट देना ही पड़ेगा। ऐसा धंधा तो मैंने जिंदगी में नहीं देखा।”
अमित अरोड़ा के अनुसार, “अगर ये चलता रहता तो ये हजारों करोड़ रुपए का फ्रॉड था। ये तो बीच में पता चल गया। ये इतना ओपन फ्रॉड था कि एक्साइज के चपरासी को भी पता था कि क्या हो रहा है। इन्होंने क्या कि दुनिया के सारे लोगों को मार दिया और कुछ लोगों को जिंदा कर दिया। सारे पुराने रिटेलर को मार दिए। पहले 10 लाख रुपए में होलसेल का लाइसेंस था। इन्होंने पाँच करोड़ का कर दिया। पूरे हिंदुस्तान में 5 करोड़ रुपए का लाइसेेंस कहीं भी नहीं है। क्यों कर दिया ऐसा, ताकि छोटा प्लेयर एक्जिस्ट ही ना करे। पूरा दिल्ली के लिक्वर का बिजनेस 15 हजार करोड़ रुपए का है और प्लान ये था कि सारा बिजनेस इन चारों के पास आ जाए।”
दिल्ली सरकार पर आरोप लगाते हुए वह शख्स कहता है, “इनको किसी रिटेलर से पैसे नहीं मिल रहे थे। इनको पैसे मिल रहे थे होलसेल से। ये चाहते थे बहुत सारे होलसेल। इन्होंने यहाँ फिक्स किया कि जितनी मर्जी दारू बेचो, कोई कोटा फिक्स नहीं। ये जो 12 परसेेंट का कमीशन था, इनमें इनको 6 परसेंट मिलता था। इन्होंने ओबेरॉय होटल में बैठ के, लोधी होटल में बैठ के इन सबने पॉलिसी बनाई। इसके बाद इन्होंने 6 परसेंट का गेम खेला। इसमें 4-5 सौ करोड़ रुपए तो बनाया ही गया होगा।”
भाजपा ने लगाया आरोप
वीडियो को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु द्विवेदी ने गुरुवार (15 सितंबर 2022) को कहा कि नई राजनीति शुरू करने वालों की शराब पुरानी होने के साथ उनका असली चेहरा सामने आ रहा है। उन्होंने कहा कि इसके पहले भी एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें दिल्ली सरकार की पोल खोली गई थी।
वहीं, दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के प्रत्येक काम में भ्रष्टाचार और अपने लोगों को लाभ होता है। दिल्ली के राजस्व को हानि पहुँचाकर 15,000 करोड़ की शराब की बिक्री होती थी। 165 प्रतिशत राजस्व को घटाकर एक प्रतिशत कर दिया गया।
Dr. @SudhanshuTrived and Shri @adeshguptabjp jointly address a press conference at party headquarters in New Delhi. https://t.co/DpuVvwQL2r
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गुप्ता ने कहा कि इससे पहले स्टिंग में स्पष्ट था कि किस तरह से दो प्रतिशत से कमीशन बढ़ाकर 12 प्रतिशत कर दिया गया, ताकि 6 प्रतिशत आम आदमी पार्टी के नेताओं को मिले। उन्होंने कहा कि शराब के ठेके उन ठेकेदारों को दिए गए, जो काली सूची में शामिल हैं। दिल्ली के बाद पंजाब में भी यही मॉडल अपनाया गया। दो कंपनियों को पूरे राज्य का ठेका दिया गया।
भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पूंजीपति मित्रों के लाभ के लिए होटल में बैठकर नई आबकारी नीति बनाई। ठेकेदारों से छह प्रतिशत कमीशन एडवांस ले लिया गया और उन्हें फायदा पहुँचाया गया। इतना ही नहीं, काले धंधे का पैसा सफेद किया गया।
आम आदमी पार्टी ने आरोपों को नकारा
भाजपा के आरोपों पर आम आदमी पार्टी ने प्रतिक्रिया दी है। पार्टी के प्रवक्ता ने कहा कि उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के घर, दफ्तर और पुश्तैनी घर समेत 30 से अधिक जगहों पर ED और CBI छापेमारी कर चुकी है। इन एजेंसियों को यहाँ कुछ नहीं मिला। अगर सबूत मिलता तो वह मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर लेता।
आम आदमी पार्टी का कहना है कि गुजरात में पार्टी की लोकप्रियता से भाजपा घबरा गई है। इसलिए सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग करके आम आदमी पार्टी के नेताओं अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया को परेशान किया जा रहा है।