Sunday, November 17, 2024
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5 दिन में क्वारंटाइन से निकल हाथरस पहुँचे AAP के कोरोना+ विधायक कुलदीप कुमार, खतरे में डाली कई जिंदगियाँ

इस ट्वीट के साथ उन्होंने एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें वह पीड़ित परिवार के काफी नजदीक बैठे दिख रहे हैं। राजनीतिक रोटी सेंकने के चक्कर में उन्होंने इस बात को नजरअंदाज कर दिया कि वह घातक कोरोना वायरस महामारी से जूझ रहे हैं, जिस बीमारी ने देश में 1 लाख से अधिक लोगों की जानें ली हैं और 66 लाख से अधिक लोग संक्रमित हैं।

दिल्ली की कोंडली विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक कुलदीप कुमार की बड़ी गलती सामने आ रही है। कुलदीप कुमार ने 29 सितंबर को खुद को कोरोना पॉजिटिव बताया, लेकिन पाँच दिन के अंदर ही 4 अक्टूबर को राजनीति करने हाथरस पहुँच कर उन्होंने कई लोगों की जिंदगी दाँव पर लगा दी।

Kuldeep Kumar tested positive for coronavirus on 29th September 2020

AAP विधायक ने 29 अक्टूबर की दोपहर दो बजकर 29 मिनट पर एक ट्वीट किया। इस ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि उनको हल्का बुखार हुआ जिसके बाद उन्होंने कोरोना टेस्ट कराया। टेस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उन्होंने लिखा कि वो घर पर ही आइसोलेट रहेंगे। इसके बाद उन्होंने 4 अक्टूबर को दूसरा ट्वीट करते हुए बताया कि वो हाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिजनों से मिलने पहुँचे हैं।

उन्होंने क्वारंटाइन के सारे नियमों का उल्लंघन कर हाथरस की यात्रा की। इस दौरान वो अपनी पूरी यात्रा के बारे में ट्वीट करते रहे। हाथरस जाने के दौरान अपने पहले ट्वीट में उन्होंने लिखा, “हाथरस में हुए बर्बरतापूर्ण हत्याकांड से दुःखी होकर बहन मनीषा के परिवार से मिलने जा रहा हूँ।”

COVID-19 पॉजिटिव होने के एक हफ्ते भी नहीं हुए और उन्होंने 4 अक्टूबर को बड़ी भीड़ में लोगों को इकट्ठा किया और हाथरस जाने का फैसला किया।

फिर वह ट्वीट कर बताते हैं कि लगभग 1 घंटे के संघर्ष के बाद उन्हें पीड़ित परिवार से मिलने की अनुमति मिल गई है।

इसके बाद उन्होंने ट्वीट करते हुए बताया कि प्रशासन की अनुमति के बाद हाथरस में पीड़िता के परिवार से मिलने पहुँच गए हैं।

फिर उन्होंने एक अन्य ट्वीट करते हुए लिखा, “अभी हाथरस में पीड़ित परिवार से मिलकर लौटा हूँ। परिवार में डर और भय का माहौल पैदा किया जा रहा है। ये लोकतंत्र और संविधान की हत्या है। उत्तर प्रदेश में योगी राज में क़ानून नही जंगल राज चल रहा है!”

इस ट्वीट के साथ उन्होंने एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें वह पीड़ित परिवार के काफी नजदीक बैठे दिख रहे हैं। राजनीतिक रोटी सेंकने के चक्कर में उन्होंने इस बात को नजरअंदाज कर दिया कि वह घातक कोरोना वायरस महामारी से जूझ रहे हैं, जिस बीमारी ने देश में 1 लाख से अधिक लोगों की जानें ली हैं और 66 लाख से अधिक लोग संक्रमित हैं।

भाजपा दिल्ली यूनिट ने AAP विधायक के लापरवाह कदम की आलोचना की है और दूसरों के जीवन को जान-बूझकर जोखिम में डालने के लिए महामारी अधिनियम के तहत उनके खिलाफ कार्रवाई की माँग की है।

बीजेपी दिल्ली यूनिट ने ट्वीट करते हुए लिखा, 29 सितम्बर को केजरीवाल जी के विधायक अपने आप को कोरोना पॉजिटिव बता रहे हैं और 4 तारीख को सभी की जान जोख़िम में डालकर ये घटिया राजनीति करने हाथरस चले गए। कौन से प्रोटोकॉल के तहत ये 5 दिन में हाथरस गए? इन पर एपिडेमिक एक्ट के तहत तुरंत कार्यवाही होनी चाहिए।”

अब बड़ा सवाल ये है कि जब विधायक कोरोना से संक्रमित थे तो फिर वो परिजनों से मिलने क्यों पहुँचे। क्योंकि पॉजिटिव आने के बाद 15 दिन तक क्वारंटाइन होना होता है। उसके बाद टेस्ट कराना होता है। अगर टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव है तभी आप बाहर निकल सकते हैं।

लेकिन AAP विधायक ने हाथरस की घटना को अपनी पार्टी के पक्ष में मोड़ने की जल्दबाजी में, क्वारंटाइन नियमों को तोड़ दिया और सकारात्मक परीक्षण के पाँच दिनों के बाद पीड़ित के परिवार से मिलने के लिए गाँव पहुँचे। 4 अक्टूबर को, विधायक ने खुद ट्विटर पर जानकारी दी कि वह पीड़ित परिवार से मिलने गाँव पहुँचे थे।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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