अलका लाम्बा और विवादों का पुराना नाता रहा है। वो अक्सर उल-जलूल बयान देकर सुर्ख़ियों में बनी रहती हैं। अब जेल में बंद पूर्व विधायक कुलदीप सेंगर की बेटी ने कॉन्ग्रेस नेता अलका लाम्बा के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।
कुलदीप सेंगर फिलहाल उन्नाव रेप केस मामले में सज़ा काट रहे हैं। उनकी बेटी ऐश्वर्या ने अलका लाम्बा के उन्नाव पुलिस के समक्ष खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई।
अलका लाम्बा पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल से एक भ्रामक ट्वीट किया। उनकी देखादेखी एक अन्य व्यक्ति ने भी इसी तरह का ट्वीट किया। अलका लाम्बा ने कुलदीप सेंगर के रिहा होने की झूठी ख़बर पर प्रतिक्रिया दी थी।
उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए ‘ढोंगी’ शब्द का प्रयोग किया और कहा कि जिन बलात्कारियों पर उनका, साक्षी महाराज का अमित शाह और पीएम मोदी का आशीर्वाद हो, उन्हें रिहा होने से कोई नहीं रोक सकता है।
अलका लाम्बा ने लिखा था कि बलात्कारियों को कोई भी अदालत ज्यादा दिन तक सलाखों के पीछे नहीं रख सकती, अगर उन पर भाजपा नेताओं का हाथ हो। इसके बाद उन्होंने न्यायपालिका को भला-बुरा कहते हुए लिखा कि हाईकोर्ट के जज ने ये फ़ैसला देकर बस अपनी जान बचाई है।
साथ ही अलका लाम्बा ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को ‘बलात्कारी नेता की रिहाई की मुबारकबाद’ दी। अलका लाम्बा ने जिसकी ट्वीट को आधार बना कर ये बातें कहीं, उसने अपना ट्वीट डिलीट कर लिया।
लेकिन, अलका लाम्बा ने न तो ट्वीट डिलीट किया और न ही इस पर किसी प्रकार की माफ़ी माँगी। कुलदीप सेंगर को हाईकोर्ट द्वारा जमानत दिए जाने की ख़बर फर्जी थी, जिसे अलका लाम्बा ने आगे बढ़ाया।
ऐश्वर्या ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि हाईकोर्ट में उनके पिता की अपील पर 1 जून को सुनवाई होगी लेकिन उससे पहले ही जानबूझ कर भ्रम फैलाया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसा कर के मीडिया और अदालत पर दबाव बनाया जा रहा है। जमानत याचिका डाली ही नहीं गई है।
The level of mental torture well explained by just few words i hope we get justice #justiceforkuldeepsengar @SengarAishwarya @IshitaSengar @SengarSupport pic.twitter.com/WMicRxCIzN
— Aman Sengar (@_sengaraman) May 24, 2020
इस ट्वीट को आईटी एक्ट का उल्लंघन करने के साथ-साथ सेंगर परिवार को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप भी ऐश्वर्या ने लगाया है। ऐश्वर्या ने इसे मानहानि और आपराधिक कृत्य करार दिया। उन्होंने एसपी विक्रांतवीर को शिकायत पत्र सौंपा था, जिसके आधार पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की है। अलका लाम्बा के अलावा कॉन्ग्रेस नेता धरणा पटेल ने भी कुछ इसी तरह का ट्वीट कर के भ्रम फैलाया।
जिन बलात्कारियों( BJP नेता) पर CM #ढोंगी, MP #साक्षी, HM शाह, PM मोदी जी आशीर्वाद हो, आखिर उसे कोई भी अदालत अधिक समय तक सलाखों के पीछे नहीं रख सकती…
— Alka Lamba India 🇮🇳🙏 (@LambaAlka) May 22, 2020
HC के जज ने ऐसा कर बस अपनी जान बचाई है… 🇮🇳🙏.
महिला मंत्री स्मृति ईरानी को अपने इस नेता की रिहाई मुबारक. https://t.co/6WFXYHmNRc
इससे पहले कॉन्ग्रेस नेता अलका लाम्बा ने कहा था कि अगर कॉन्ग्रेस ने 2002 में ही ‘दोनों को नाप दिया होता’ तो आज भारत को ये दिन नहीं देखने पड़ते। लोगों ने कहा था कि वो पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की बात कर रही हैं। बता दें कि 2002 की बात कर वे गुजरात दंगों का जिक्र कर रही थीं।