चाँदनी चौक से विधायक अलका लाम्बा ने आम आदमी पार्टी संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री के खिलाफ फिर से मोर्चा खोल दिया है। केजरीवाल को रावण से ज्यादा घमंडी बताते हुए उन्होंने चेतावनी दी कि पार्टी का भविष्य खतरे में है; इतना घमंड तो रावण को भी नहीं था लेकिन उसका घमंड उसे ले डूबा। उन्होंने आरोप लगाया कि केजरीवाल पार्टी को बाँट रहे हैं, और कार्यकर्ताओं को पार्टी या विधायक (लाम्बा) में से किसी एक को चुन लेने के लिए कह रहे हैं।
ट्विटर पर घमासान, अप्रैल से लाम्बा के बागी तेवर
ट्विटर पर अलका लाम्बा ने केजरीवाल पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया:
जो ज़मीनी कार्यकर्ता इन चुनोतियों के दौरे में पार्टी को एक और मजबूत देखना चाहते हैं, उन्होंने जब पार्टी मुखिया केजरीवाल जी से सबको पार्टी में वापस जोड़ने की बात रखी तो वही हर बार की तरह घिसा पीटा जवाब उन्हें सुनने को मिला,
— Alka Lamba (@LambaAlka) June 8, 2019
“पार्टी मेरी है,जिसे जाना है,वो जाए,मुझे परवाह नही है”.
इस आरोप का फ़िलहाल केजरीवाल या आम आदमी पार्टी की ओर से कोई जवाब नहीं आया है। लेकिन अलका लाम्बा का यह पार्टी या केजरीवाल के साथ पहला टकराव नहीं है। इससे पहले अप्रैल में भी ग्रेटर कैलाश के विधायक सौरभ भरद्वाज से उनकी तीखी नोंक-झोंक हुई थी। उस समय उन्होंने जामा मस्जिद पर जनता के सामने खुली बहस की चुनौती भरद्वाज को दी थी। उसके पहले भरद्वाज ने उनपर पार्टी छोड़ने का तंज़ किया था।
लाम्बा का आरोप था कि उनके पार्टी छोड़ कॉन्ग्रेस में लौटने की अफवाह फैला कर उन्हें राजनीतिक रूप से कमज़ोर किया जा रहा है। इसके लिए उन्होंने पार्टी नेतृत्व को ही दोषी करार दिया था। बता दें कि केजरीवाल के साथ आने से पहले अलका लाम्बा महिला कॉन्ग्रेस में थीं।