कॉन्ग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी को अमेठी में अपनी हार का डर है और इसीलिए कॉन्ग्रेस द्वारा राहुल गाँधी को केरल के वायनाड से चुनाव लड़ाने का फ़ैसला लिया गया। यह फैसला कम्युनिस्टों को नागवार गुजरा है। ख़बर के अनुसार CPI (M) के पूर्व महासचिव प्रकाश करात कॉन्ग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी की उम्मीदवारी से काफी नाराज़ हैं। करात ने दावा किया कि कॉन्ग्रेस पार्टी के फ़ैसले ने संकेत दिया कि भाजपा से लड़ने की (कथित) राष्ट्रीय प्रतिबद्धता के विपरीत कॉन्ग्रेस पार्टी की प्राथमिकता अब वामपंथियों से लड़ने की हो गई है।
Prakash Karat, CPI(M) ex-General Secy: Decision of Congress to field Rahul Gandhi from Wayanad shows their priority now is to fight against Left in Kerala. It goes against Congress’ national commitment to fight BJP, as in Kerala it’s LDF which is the main force fighting BJP there pic.twitter.com/S3AShzSQpZ
— ANI (@ANI) March 31, 2019
प्रकाश करात ने कहा, “लेफ्ट के ख़िलाफ़ राहुल गाँधी जैसे उम्मीदवार को चुनने का मतलब है कि कॉन्ग्रेस केरल में लेफ्ट को निशाना बनाने जा रही है। यह ऐसा फ़ैसला है जिसका हम पुरज़ोर विरोध करेंगे और इस चुनाव में हम वायनाड में राहुल गाँधी की हार सुनिश्चित करने के लिए काम करेंगे।”
Prakash Karat, CPI(M) ex-General Secy: To pick a candidate like Rahul Gandhi against Left means that Congress is going to target the Left in Kerala. This is something which we will strongly oppose & in this election we will work to ensure the defeat of Rahul Gandhi in Wayanad. pic.twitter.com/uIjLgDhxF4
— ANI (@ANI) March 31, 2019
कम्युनिस्ट केरल में कुछ सीटें जीतने के सपने दिख रहे हैं, लेकिन कॉन्ग्रेस अध्यक्ष के केरल से चुनाव लड़ने के फैसले ने उस सपने को तोड़ दिया है और इससे वो काफी हद तक आहत भी हैं। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने भी नाराज़गी जताते हुए कहा कि वामपंथी तो वैसे भी राहुल गाँधी से लड़ेंगे, लेकिन राहुल को भाजपा के ख़िलाफ़ चुनाव लड़ना चाहिए था।
Kerala CM P Vijayan on Rahul Gandhi contesting from Wayanad: He’s fighting in one of the 20 constituencies(in Kerala)&doesn’t need to be seen as any different. We’ll fight him.He should’ve contested from a constituency where BJP is contesting,it’s nothing but a fight against Left pic.twitter.com/VYehOrfJb8
— ANI (@ANI) March 31, 2019
पिनाराई विजयन ने कहा, “वह केरल के 20 निर्वाचन क्षेत्रों में से एक में लड़ रहे हैं और उन्हें किसी भी भिन्न के रूप में देखने की आवश्यकता नहीं है। हम उनसे लड़ेंगे। उन्हें उस निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ना चाहिए जहाँ भाजपा चुनाव लड़ रही हो, राहुल गाँधी का वायनाड से चुनाव लड़ना वामपंथियों के ख़िलाफ़ लड़ने से ज़्यादा और कुछ नहीं है।”
वायनाड में चुनावी मुक़ाबला बहुत दिलचस्प है क्योंकि कॉन्ग्रेस ने 2014 में लोकसभा में माकपा के उम्मीदवार के रूप में मुस्लिम उम्मीदवार एमएल शाहनवाज़ को मैदान में उतारा था। कॉन्ग्रेस उम्मीदवार ने 21,000 मतों के बहुत कम अंतर से जीत हासिल की थी। 2019 में, माकपा ने एक मुस्लिम उम्मीदवार पीपी सुनीर को राहुल गाँधी के ख़िलाफ़ एक ऐसी सीट पर उतारा है, जहाँ आधी जनता मुस्लिम और ईसाई आबादी की है। ये आबादी राहुल गाँधी की चुनावी लड़ाई को और अधिक मुश्किल बना देगी।