केंद्र की मोदी सरकार द्वारा तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने की घोषणा करने के साथ ही सियासत के नए रंग दिखने लगे हैं। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और कॉन्ग्रेस के पूर्व नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस फैसले पर शुक्रवार (19 नवंबर) को खुशी जाहिर की और कहा कि वे भाजपा के साथ काम करने को लेकर उत्सुक हैं। इस बयान के बाद माना जा रहा है कि अगले कुछ महीनों में पंजाब में होने के वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा और कैप्टन अमरिंदर सिंह की नवगठित पार्टी ‘पंजाब लोक कॉन्ग्रेस’ के बीच गठबंधन हो सकता है।
प्रधानमंत्री की घोषणा पर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा, “इससे न केवल किसानों को बड़ी राहत मिली है बल्कि पंजाब की प्रगति का मार्ग प्रशस्त हुआ है। मैं किसानों के विकास के लिए बीजेपी के नेतृत्व वाले केंद्र के साथ मिलकर काम करने को लेकर उत्सुक हूँ। मैं पंजाब के लोगों से वादा करता हूँ कि तब तक चैन से नहीं बैठूँगा, जब तक कि हर एक आँख से आँसू नहीं पोंछ देता।” इस बात की जानकारी अमरिंदर सिंह के राजनीतिक सलाहकार रवीन ठुकराल ने ट्वीट कर दी।
‘This has not only come as huge relief to farmers but has paved way for Punjab’s progress. I look forward to working closely with @BJP4India led centre for development of Kisans. I promise Punjab’s people I won’t rest till I wipe every tear from every single eye’: @capt_amarinder https://t.co/Ym2NUYBtPd
— Raveen Thukral (@RT_Media_Capt) November 19, 2021
कृषि कानूनों की प्रधानमंत्री मोदी द्वारा करने के बाद कैप्टन ने ट्वीट कर ट्वीट किया, “बढ़िया खबर! #गुरुनानकजयंती के पवित्र अवसर पर हर पंजाबी की मांगों को मानने और 3 काले कानूनों को निरस्त करने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी जी का धन्यवाद। मुझे विश्वास है कि केंद्र सरकार किसानी के विकास के लिए मिलकर काम करती रहेगी! #NoFarmers_NoFood @AmitShah”
Great news! Thankful to PM @narendramodi ji for acceding to the demands of every punjabi & repealing the 3 black laws on the pious occasion of #GuruNanakJayanti. I am sure the central govt will continue to work in tandem for the development of Kisani! #NoFarmers_NoFood @AmitShah
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) November 19, 2021
इससे पहले कैप्टन ने 19 अक्टूबर को कहा था कि अगर केंद्र सरकार किसानों के हित में कृषि कानूनों को वापस लेती है तो वह पंजाब विधानसभा चुनावों में भाजपा के साथ गठबंधन पर विचार करेंगे। उन्होंने कहा था, “अगर किसानों के हित में #FarmersProtest का समाधान किया जाता है तो 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव में बीजेपी के साथ सीट व्यवस्था की आशा है। समान विचारधारा वाले दलों जैसे अलग हुए अकाली समूहों, विशेष रूप से ढींढसा और ब्रह्मपुरा गुटों के साथ गठबंधन किया जा सकता है।”
‘Hopeful of a seat arrangement with @BJP4India in 2022 Punjab Assembly polls if #FarmersProtest is resolved in farmers’ interest. Also looking at alliance with like-minded parties such as breakaway Akali groups, particularly Dhindsa &
— Raveen Thukral (@RT_Media_Capt) October 19, 2021
Brahmpura factions’: @capt_amarinder 2/3 https://t.co/rkYhk4aE9Y
केंद्र सरकार द्वारा पंजाब में अंतर्राष्ट्रीय सीमा से 50 किलोमीटर अंदर तक सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को जाँच का अधिकार देने पर अमरिंदर सिंह ने अपना समर्थन जताया था। दरअसल, मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व वाली राज्य की कॉन्ग्रेस सरकार ने केंद्र के इस फैसले पर आपत्ति जताते हुए राज्य के अधिकार क्षेत्र में केंद्र का हस्तक्षेप बताया था।
अमरिंदर सिंह ने ट्वीट कर कहा था, “बीएसएफ के परिचालन क्षेत्राधिकार का विस्तार न तो पंजाब के संघीय अधिकार का उल्लंघन करता है, न ही कानून-व्यवस्था बनाए रखने में राज्य पुलिस की क्षमता पर सवाल उठाता है, जैसा कि कुछ निहित राजनीतिक हित बनाने की कोशिश कर रहे हैं। यह राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित है; राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए।”
कॉन्ग्रेस का नाम लिए बिना उन्होंने उसी ट्वीट में आगे कहा था, “दुर्भाग्य से जो लोग इसे मुद्दा बना रहे हैं, वे कानून-व्यवस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा के बीच अंतर नहीं कर पा रहे हैं। पंजाब पुलिस की तरह बीएसएफ हमारी अपनी सेना है न कि कोई बाहरी या विदेशी सेना जो हमारी जमीन पर कब्जा करने आ रही है।”
Unfortunately people playing up the issue are unable to make out the difference between law & order and national security. BSF like Punjab Police is our own force and not an external or foreign army coming to occupy our land.
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) November 11, 2021
भाजपा और केंद्र सरकार के साथ मिलकर काम करने की कैप्टन अमरिंदर सिंह की इच्छा जताने के बाद, ये कयास लगाए जाने लगे हैं कि अगले विधानसभा चुनावों में कॉन्ग्रेस को हराने के लिए अमरिंदर सिंह भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ सकते हैं। पंजाब में साल 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं।
अमरिंदर सिंह ने 2 नवंबर 2021 को सोनिया गाँधी को पत्र लिखकर कॉन्ग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। इसी के साथ उन्होंने अपनी नई पार्टी का भी ऐलान कर दिया था। कैप्टन अमरिंदर ने ‘पंजाब लोक कॉन्ग्रेस’ के नाम से अपनी नई पार्टी बनाई है। हालाँकि अभी रजिस्ट्रेशन बाकी है। चुनाव आयोग से अनुमोदन मिलने के बाद ही रजिस्ट्रेशन हो पाएगा और फिर इसके बाद पार्टी के चिन्ह को मंजूरी दी जाएगी।