Sunday, December 22, 2024
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नहीं मानूँगा राम-कृष्ण को भगवान… अरविंद केजरीवाल के जिस मंत्री ने ली थी हिंदू विरोधी शपथ, वे अब हुए कॉन्ग्रेसी: मंदिरों को लेकर भी जहर उगल चुके हैं राजेंद्र पाल गौतम

दिल्ली में कॉन्ग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल, प्रवक्ता पवन खेड़ा और प्रदेश कॉन्ग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव की मौजूदगी में राजेंद्र पाल गौतम ने कॉन्ग्रेस का हाथ थामा।

हिंदुओं से दुश्मनी का खुलेआम ऐलान करने वाला आम आदमी पार्टी का विधायक और अरविंद केजरीवाल सरकार में मंत्री रहा राजेंद्र पाल गौतम अब कॉन्ग्रेस में शामिल हो गया है। मंच से हिंदू विरोधी शपथ से लेकर कॉन्ग्रेस में शामिल होने तक का एक चक्र उसने पूरा कर लिया है। दिल्ली में कॉन्ग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल, प्रवक्ता पवन खेड़ा और प्रदेश कॉन्ग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव की मौजूदगी में उसने कॉन्ग्रेस का हाथ थामा।

राजेंद्र पाल गौतम ने कॉन्ग्रेस में शामिल होने से पहले आम आदमी पार्टी और सीमापुरी विधानसभा सीट, दोनों से इस्तीफा दे दिया। राजेंद्र पाल गौतम ने अरविंद केजरीवाल को सौंपे अपने इस्तीफे में दलितों, अल्पसंख्यकों की अनदेखी का आरोप लगाया।

राजेंद्र पाल गौतम ने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी में दलित, पिछड़े, आदिवासी और अल्पसंख्यकों को हिस्सेदारी नहीं दी जाती। राजेंद्र ने लिखा, ‘आम आदमी पार्टी के शीर्ष और मुख्य नेतृत्व में या फिर राज्यसभा के लिए मनोनीत लोगों में दलित, पिछड़े, आदिवासी, व अल्पसंख्यक को मौका देना तो दूर उनकी हिस्सेदारी के बारे में सोचा तक नहीं जाता है। यह नेतृत्व समानता और सामाजिक न्याय के सिद्धांत के विरूद्ध है।’

बता दें कि राजेंद्र पाल गौतम वही व्यक्ति है, जिसने अरविंद केजरीवाल की दिल्ली सरकार में मंत्री रहते हुए बौद्धों के एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया था और मंच से हिंदू विरोधी शपथ ली थी। यही नहीं, वो लगातार हिंदुओं के खिलाफ आग उगलता रहा है।

राजेंद्र पाल गौतम ने 5 अक्टूबर 2022 को बौद्ध महासभा के कार्यक्रम में हिस्सा लिया था, जहाँ 10 हजार से अधिक हिंदुओं का बौद्ध धर्म में धर्मांतरण किया गया था। जय भीम मिशन नाम के इस कार्यक्रम में 10 हजार लोगों को शपथ दिलाई गई थी कि वे हिन्दू देवी-देवताओं की पूजा नहीं करेंगे।

इस दौरान यह कहते हुए सुना गया, “मैं हिंदू धर्म के देवी देवताओं ब्रह्मा, विष्णु, महेश, श्रीराम और श्रीकृष्ण को भगवान नहीं मानूँगा, न ही उनकी पूजा करूँगा। मुझे राम और कृष्ण में कोई विश्वास नहीं होगा, जिन्हें भगवान का अवतार माना जाता है।” यह शपथ बीआर अंबेडकर की विवादास्पद 22 प्रतिज्ञाओं से काफी मिलती-जुलती थी। राजेंद्र पाल गौतम के इस कृत्य का तीखा विरोध हुआ था। बौद्ध संगठनों ने राष्ट्रपति को भी पत्र लिखा था और राजेंद्र पाल गौतम के खिलाफ कार्रवाई की माँग की थी।

इस घटनाक्रम के बाद उसने बीते साल भी हिंदुओं के खिलाफ जहर उगला था। राजेंद्र पाल ने कहा था कि मंदिरों में जाने पर लोगों की हत्या होती है और बहन बेटियों की इज्जत लूटी जाती है। राजेंद्र गौतम ने हरियाणा के सोनीपत जिले के लहराड़ा गाँव में एक कार्यक्रम के दौरान ये बाते कही थी।

6 दिसंबर 2023 को सामने आए वीडियो में राजेंद्र ने कहा था, “आप ऐसी चीजों में भरोसा मत करो जो आपको नुकसान पहुँचाती हो। आप एक बात बताइए, अगर कहीं मंदिर में जाने से हमारे लोगों की हत्या होती हो, अगर मूर्ति छू लेने से हमारे युवाओं की हत्या हो गई हो, तो आप ऐसी जगह क्यों जाते हो जहाँ आपका अपमान हो।” उसने आगे कहा था, “जहाँ आपकी बहन-बेटी की इज्जत लूटी जाए, जहाँ आपका क़त्ल कर दिया जाए, जहाँ अपमान हो वहाँ जाना बंद कर दो।”

हालाँकि राजेंद्र पाल गौतम का कॉन्ग्रेस में शामिल होना एकलौता ऐसा मामला नहीं है, जिसमें हिंदुओं से दुश्मनी रखने वालों को शामिल किया गया हो। कॉन्ग्रेस और उसकी इंडी गठबंधन ऐसे नेताओं से भरी पड़ी है, जो सनातन को मिटाना चाहते हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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