संसद के बजट सत्र की शुरुआत मंगलवार (31 जनवरी, 2023) से हो गई है। इस दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित किया। बजट सत्र का पहला चरण 13 फरवरी, 2023 तक चलेगा और दूसरा चरण 13 मार्च से 6 अप्रैल 2023 तक चलेगा। राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने अभिभाषण में कहा कि भारत का बजट आम आदमी की आशाओं को पूरा करने का काम करेगा।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा, ”एक तरफ अयोध्या धाम का निर्माण हो रहा है, तो दूसरी तरफ एक आधुनिक संसद भवन भी बन रहा है। एक तरफ केदारनाथ धाम का पुनर्विकास, काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर का विकास और महाकाल परियोजना का काम पूरा हो रहा है तो दूसरी ओर हर जिले में मेडिकल कॉलेज बनाया जा रहा है। एक तरफ हम अपने तीर्थ स्थलों और ऐतिहासिक धरोहरों का विकास कर रहे हैं तो दूसरी तरफ भारत विश्व में बड़ा स्पेस पॉवर बनकर कर उभर रहा है। भारत ने पहला प्राइवेट सेटेलाइट लॉन्च किया है।”
राष्ट्रपति ने कहा कि हमें ऐसे भारत का निर्माण करना है जिसमें अतीत का गौरव जुड़ा हो। हमें नए युग का निर्माण करना है। हमें ऐसा भारत बनाना है, जो आत्मनिर्भर हो, जो अपने मानवीय दायित्व को पूरा करने में समर्थ हो, ऐसा भारत हो जहाँ गरीबी न हो, मध्यम वर्ग भी वैभव से युक्त हो। ऐसा भारत बनाना है, जिसके युवा समय से दो कदम आगे चलते हों। ऐसा भारत का निर्माण करना है जिसकी एकता और अधिक अटल हो।”
उन्होंने आगे कहा, “विकास के पथ पर चलते मेरी सरकार के कुछ ही महीने में 9 वर्ष हो जाएँगे। इस दौरान लोगों ने कई सकारात्मक परिवर्तन पहली बार देखे हैं। सबसे बड़ा परिवर्तन यह हुआ है कि आज हर भारतीय का आत्मविश्वास शीर्ष पर है। दुनिया का भारत को देखने का नजरिया बदला है। जो भारत कभी अपनी अधिकतर समस्याओं के समाधान के लिए दूसरों पर निर्भर था वही आज दुनिया की समस्याओं का समाधान बन रहा है।”
उन्होंने आगे अपने संबोधन में कहा, “‘गरीबी हटाओ’ अब सिर्फ एक नारा नहीं रह गया है। मेरी सरकार गरीबों की समस्याओं के स्थायी समाधान और उन्हें सशक्त बनाने के लिए काम कर रही है। मेरी सरकार की स्पष्ट राय है कि भ्रष्टाचार लोकतंत्र और सामाजिक न्याय का सबसे बड़ा दुश्मन है। सरकार ने सुनिश्चित किया है कि ईमानदार लोगों का सम्मान हो। मेरी सरकार ने भगोड़े आर्थिक अपराधियों की संपत्ति जब्त करने के लिए भगोड़ा आर्थिक अपराधी अधिनियम पारित किया। सरकारी काम में भी भ्रष्टाचार समाप्त करने के लिए प्रयत्न किए गए हैं।”
राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार ने गरीब लोगों को अनाज मुहैया कराने के लिए 3.50 लाख करोड़ रुपए खर्च किए हैं। उन्होंने कहा कि आज इसकी प्रशंसा पूरे विश्व में हो रही है। सरकार तकनीक के माध्यम से इन योजनाओं को सीधे गरीब तक पहुँचा पा रहे हैं। वहीं उन्होंने सरकार द्वारा अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST) और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के कल्याण के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की तारीफ की। उन्होंने कहा, ”सरकार ने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग की आकांक्षाओं को जगाया है। अब इनलोगों के पास मूलभूत सुविधाएँ पहुँच रही हैं तो ये लोग नए सपने देख पा रहे हैं।”