हाल ही में राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा करने वाले पश्चिम बंगाल के आसनसोल से सांसद बाबुल सुप्रियो अब अपने पद पर बने रहेंगे। दरअसल, सोमवार (2 अगस्त) को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात करने के बाद बाबुल सुप्रियो ने कहा, “वे सांसद बने रहेंगे, लेकिन राजनीति नहीं करेंगे। सांसद एक संवैधानिक पद है।” उन्होंने कहा कि वे किसी पार्टी में भी नहीं जाएँगे और सामाजिक कार्य करना जारी रखेंगे। सुप्रियो ने कहा कि वह आसनसोल में कई विकास कार्यों को कराने में जुटे हुए हैं और ऐसा करते रहेंगे।
I will continue to work constitutionally (as MP) in Asansol, WB. There is politics beyond constitutional post & I withdraw myself from it. I will not join any other party. I will vacate the MP bungalow in Delhi& release security personnel from their duties soon: Babul Supriyo pic.twitter.com/he9AZBqeJi
— ANI (@ANI) August 2, 2021
बाबुल ने कहा, ”मैंने नड्डा सर को अपनी बातें पहले भी बता दी थीं। आज फिर मैंने उन्हें अपने फैसले के बारे में बताया और कहा कि राजनीति छोड़ने का फैसला मन से ले चुका है और इससे पीछे नहीं हट सकता हूँ। उन्होंने मुझे बहुत प्यार दिया।” उन्होंने आगे कहा, “मैं दिल्ली में सांसद का बंगला खाली कर दूँगा और सुरक्षाकर्मियों को जल्द ही उनकी ड्यूटी से मुक्त कर दूँगा।”
रिपोर्ट्स के मुताबिक भाजपा नेता बाबुल सुप्रियो ने कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया के जरिए राजनीति छोड़ने का इशारा किया था। उनके खुद के ही फेसबुक पोस्ट की मानें तो पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा की थी। सुप्रियो ने फेसबुक के जरिए लिखा ‘अलविदा’। इस दौरान उन्होंने आश्वासन दिया था कि वो किसी और पार्टी में नहीं जा रहे हैं। वो लगातार दूसरी बार पश्चिम बंगाल के आसनसोल से सांसद बने हैं।
बता दें कि 51 वर्षीय बाबुल सुप्रियो गायक भी रह चुके हैं। उन्होंने 90 के दशक के मध्य में हिंदी, बंगाली और उड़िया गानों के जरिए अपनी पहचान बनाई थी। साल 2014 में वो राजनीति में आए थे और उन्हें शहरी विकास राज्यमंत्री बनाया गया था। उन्हें भारी उद्योग मंत्रालय राज्यमंत्री भी बनाया गया था। संगीत उन्हें विरासत में मिला था। उनके दादा भी संगीतकार थे। हालाँकि, हाल ही में उनके विधानसभा चुनाव हारने के बाद हुए मंत्रिमंडल विस्तार में उन्हें जगह नहीं मिल सकी थी।