बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मन में प्रधानमंत्री बनने की तीव्र लालसा है, ये बात किसी छिपी नहीं है। लेकिन, नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री बनाने की जल्दी उनकी पार्टी JDU से ज्यादा बिहार में उनकी सहयोगी लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल – राजद (RJD) मे है। शायद राजद को पता है कि जब तक नीतीश दिल्ली की तरफ मुँह नहीं करेंगे, तब तेजस्वी यादव बिहार के सिंहासन को देखते रह जाएँगे।
राजद के साथ बिहार में दूसरी बार गठबंधन कर मुख्यमंत्री बनने वाले नीतीश कुमार का पोस्टर पहली बार राजद के प्रदेश कार्यालय में लगा है। इस पोस्टर में नीतीश कुमार की तुलना भगवान राम और कृष्ण से की गई है, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना रावण और कंस से की गई है।
ऐसे पोस्टर के जरिए राजद यह दिखाने की कोशिश कर रहा है कि वह नीतीश कुमार पीएम मोदी की कुर्सी पर जल्द से जल्द देखना चाहता है। हालाँकि, इस राजनीतिक खेल में राजद ने प्रधानमंत्री पद की गरिमा को धूमिल करने की कोशिश की है।
अलग-अलग पंक्तियों में बँटे इस पोस्टर के पहले दो हिस्सों में बताया गया है कि रामायण में भगवान राम ने रावण को कैसे हराया और महाभारत में भगवान कृष्ण ने कंस को कैसे हराया। पोस्टर के आखिरी हिस्से में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले महागठबंधन को 2024 के लोकसभा चुनावों में पीएम मोदी को हराते हुए दिखाया गया है।
पोस्टर पर छपरा की प्रदेश महासचिव पूनम राय की तस्वीर लगी है। इसके साथ ही उस पर ‘के साथ ‘महागठबंधन जिंदाबाद’ के नारे भी लिखे हैं। पोस्टर में संदेश के रूप में महिला कहती है, “जब भी किसी खास अक्षर या राशि से शुरू होने वाले नाम वाला व्यक्ति अत्यधिक शक्तिशाली हो जाता है और दंभी, अहंकारी, तानाशाह होकर अपनी शक्तियों का दुरुपयोग करता है तो हर तरफ त्राहिमाम मच जाता है। ऐसे में उसी राशि या अक्षर वाले नाम के व्यक्ति से पराजित होना पड़ता है।”
पोस्टर में कहा गया है कि जिस तरह रामायम में राम ने रावण को हराया, महाभारत में कृष्ण ने कंस को हराया, उसी तरह 2024 के लोकसभा चुनाव में ‘न’ अक्षर से नाम वाले नीतीश कुमार पीएम नरेंद्र मोदी को हराएँगे।
पोस्टर सामने आने पर भाजपा प्रवक्ता नवल किशोर यादव ने कहा, “नीतीश कुमार सभी विपक्षी नेताओं में नए हैं, चाहे वह मायावती हों, अखिलेश यादव हों, ममता बनर्जी और नवीन पटनायक हों। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2034 तक सत्ता में रहेंगे। उन्हें कोई नहीं हरा सकता।”