बिहार विधानसभा चुनाव में राजद ने यूँ तो कई दागियों को टिकट दिया था, लेकिन दो ऐसे नाम हैं, जिनके परिजनों को टिकट देना विवाद का विषय बना था। नवादा से विधायक रहे राजवल्लभ यादव ने एक नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार किया था। उन्हें राजद ने लोकसभा का टिकट दिया था, इस बार उनकी पत्नी को विधानसभा का टिकट मिला। वहीं भोजपुर जिले के सन्देश से विधायक अरुण यादव (इन पर है रेप और देह-व्यापार का आरोप) की पत्नी को भी राजद ने टिकट दिया।
मतगणना के ताज़ा रुझानों के अनुसार, नवादा से राजवल्लभ यादव की पत्नी विभा देवी 5429 मत पाकर सबसे आगे चल रही हैं और उन्हें 35% से अधिक वोट्स मिले हैं। वो अपने नजदीकी प्रतिद्वंद्वी जदयू उम्मीदवार कौशल यादव से 1600 वोटों से आगे हैं। वहीं सन्देश विधानसभा सीट से अरुण यादव की पत्नी किरण यादव 18716 वोट पाकर आगे चल रही हैं। उन्हें अब तक की गिनती में 54% से भी अधिक वोट मिले हैं।
अब तक के कुल आँकड़ों के अनुसार, रुझानों में जहाँ NDA को 130 सीटों पर लीड मिली हुई है, वहीं महागठबंधन 101 सीटों पर आगे चल रहा है। लोजपा को भी 6 सीटें मिलती दिख रही हैं। भाजपा अब 70 सीटों की लीड के साथ बिहार में सबसे बड़ी पार्टी बनने जा रही है, वहीं राजद 64 सीटों पर आगे हैं। जदयू की सीटें गिरती दिख रही हैं और वो 53 सीटों पर आगे है।
बिहार में पटना के बाँकीपुर सीट पर दिलचस्प लड़ाई देखने को मिल रही है। यहाँ से भाजपा के नितिन नवीन फिलहाल आगे बढ़ रहे हैं। ECI की वेबसाइट के अनुसार, पुष्पम प्रिया चौधरी को मात्र 121 वोट ही मिल पाए हैं, जो अब तक के कुल वोट्स का मात्र 3.13% है। वो ‘द प्लुरल्स पार्टी’ से मैदान में उतरी हुई हैं। दूसरे नंबर पर शत्रुघ्न सिन्हा के बेटे लव सिन्हा हैं, जिन्हें 1097 मत मिले हैं। वहीं भाजपा उम्मीदवार नितिन नवीन 2385 वोटों के साथ सबसे आगे हैं।
जहाँ एक तरफ बिहार में मुख्य राजनीतिक पार्टियों के अलावा बाकी के उम्मीदवार लड़ाई में जगह बनाने के लिए भी पिछड़ रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ वैशाली का लालगंज सीट एक अलग कहानी कह रहा है। यहाँ से उत्तर बिहार के ‘बाहुबली’ नेता विजय कुमार शुक्ला उर्फ़ मुन्ना शुक्ला भाजपा और कॉन्ग्रेस के उम्मीदवारों से बढ़त बनाते हुए दिख रहे हैं। वो भी तब, जब लोजपा ने भी यहाँ सिटिंग विधायक राजकुमार साह को उतारा है। डीएम जी कृष्णैया और मंत्री ब्रिज बिहार प्रसाद की हत्या मामले में आरोपित रहे मुन्ना शुक्ला जेल में बार बालाओं को नचाने के लिए भी जाने जाते रहे हैं।
अगर लालगंज विधानसभा की बात करें तो ये उनका गढ़ रहा है और वो यहाँ से एक बार निर्दलीय, एक बार जदयू से और एक बार लोजपा से जीत दर्ज कर चुके हैं। उनके जेल में रहते उनकी पत्नी अन्नू शुक्ला ने 2010 में बतौर जदयू उम्मीदवार जीत दर्ज की थी। अब वो 39.15% मतों (4185 वोट) के साथ बाकी सभी उम्मीदवारों से आगे चल रहे हैं।
वहीं बात एक और ‘बाहुबली’ अनंत सिंह की करें तो रोचक बयानों के लिए अक्सर चर्चा में रहने वाले ‘छोटे सरकार’ मोकामा से आगे चल रहे हैं। अब तक की गिनती में उन्हें आधे से भी ज्यादा वोट्स मिले हैं। राजद से लड़ रहे अनंत सिंह जीत का चौका मारते हुए दिख रहे हैं क्योंकि वो पिछले 15 सालों से विधायक हैं। 38 आपराधिक मामलों के साथ वो बिहार के सबसे ज्यादा ‘दागदार उम्मीदवार’ हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव की मतगणना जारी है और NDA स्पष्ट बहुमत की ओर बढ़ता दिख रहा है। एक और बड़ी बात ये है कि हसनपुर से, जो राजद का गढ़ माना जाता है – तेज प्रताप यादव पीछे चल रहे हैं। लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को जहाँ 4102 वोट्स मिले हैं, वहीं उनके प्रतिद्वंद्वी जदयू के राजकुमार राय को 5621 मत मिले हैं। अगर अब तक के आँकड़ों की मानें तो जदयू के राजकुमार राय हैट्रिक लगाते दिख रहे हैं।
वहीं पटना के बाँकीपुर विधान सभा से शत्रुघ्न सिन्हा के बेटे लव सिन्हा अब कॉन्ग्रेस उम्मीदवार के रूप में पिछड़ते नजर आ रहे हैं और भाजपा के नितिन नवीन आगे हो गए हैं। उनके पिता इसी क्षेत्र से जीतते रहे हैं और वो बिहार में भाजयुमो के अध्यक्ष हैं, इसीलिए पार्टी का बड़ा चेहरा हैं। पिता की मृत्यु के बाद विरासत संभालने वाले नितिन नवीन फ़िलहाल लव सिन्हा और पुष्पम प्रिय चौधरी से आगे चल रहे हैं।
बिहार विधानसभा चुनावों में चल रही मतगणना में अचानक से पलड़ा NDA की तरफ झुकता नजर आ रहा है। जहाँ अब नीतीश कुमार के नेतृत्व वाला राजग 120 सीटों पर आगे चल रहा है, तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाला महागठबंधन 113 सीटों के साथ पिछड़ता दिख रहा है।
भाजपा फिलहाल 63 सीटों पर आगे चल रही है और जदयू 51 सीटों पर। अब बिहार में पहली बार भाजपा किसी भी गठबंधन में ‘बड़ा भाई’ बन कर उभरती नजर आ रही है। यानी, अब तक के आँकड़ों के हिसाब से देखें तो अगर राजग की सरकार बनती भी है तो भाजपा ‘बड़े भाई’ की भूमिका में होगी।
अब तक के रुझानों के अनुसार लोजपा मुंगेर प्रमंडल में 3 सीटों पर आगे दिख रही है। बता दें कि मुंगेर में ही दुर्गा पूजा विसर्जन के दौरान पुलिस क्रूरता में 2 युवकों के जान जाने की खबर सामने आई थी। इसे तेजस्वी यादव और चिराग पासवान ने मुद्दा भी बनाया था।
अब तक के आँकड़ों को देखें तो यहाँ महागठबंधन 7 और राजग 9 सीटों पर आगे चल रहा है। एसपी लिपि सिंह के रवैये के कारण यहाँ NDA के खिलाफ आक्रोश होने की बात कही जा रही थी। मुंगेर सीट से राजद के अविनाश कुमार विद्यार्थी आगे चल रहे हैं।
जमुई से भाजपा की श्रेयसी सिंह बढ़त बनाती हुई दिख रही हैं। बता दें कि इस क्षेत्र में लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान का अच्छा प्रभाव है और वो यहाँ से सांसद हैं। उन्होंने श्रेयसी सिंह के पक्ष में रैली भी की थी। उनके पिता दिग्विजय सिंह केंद्रीय मंत्री रहे हैं और वो खुद 2018 के कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडलिस्ट रही हैं। जमुई से उनके आगे चलने का अर्थ है कि उनकी युवा अपील और चिराग की गोलबंदी का भी उन्हें फायदा हुआ है।
अब तक के रुझानों के अनुसार, कोसी क्षेत्र की सारी सीटों पर कड़ी टक्कर है और राजद 7 तो जदयू 6 सीटों पर आगे है। पप्पू यादव के प्रभाव वाले इन सभी 13 सीटों पर कड़ी लड़ाई देखने को मिल रही है।
खुद पप्पू यादव मधेपुरा से तीसरे नंबर पर चल रहे हैं। तिरहुत भाजपा का गढ़ माना जाता है और वो फ़िलहाल 18 सीटों के साथ इसे बचाते हुए नजर आ रही है, लेकिन मुस्लिम बहुत ढाका से राजद के फैसल रहमान और नरकटिया से शमीम अहमद आगे चल रहे हैं।
मधेपुरा से जदयू के निखिल मंडल आगे चल रहे हैं। दूसरे नंबर पर राजद के सिटिंग विधायक चंद्रशेखर हैं।
अब तक के रुझानों के अनुसार, इमामगंज से जीतन राम माँझी आगे चल रहे हैं। रामनगर से भाजपा की भागीरथी देवी आगे चल रही हैं, जिन्होंने सफाईकर्मी से विधायक तक का सफर तय किया। मधुबन से पूर्व सांसद सीताराम सिंह के पुत्र व नीतीश सरकार में मंत्री राणा रणधीर आगे चल रहे हैं।
मोतिहारी से भाजपा के प्रमोद कुमार आगे चल रहे हैं। सहरसा से आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद भी आगे चल रही हैं।
जहाँ तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव अपनी-अपनी सीटों से आगे चल रहे हैं, वहीं भाजपा के बड़े नेता नन्द किशोर यादव पीछे चल रहे हैं। एक और उलटफेर ये हो रहा है कि पप्पू यादव पीछे चल रहे हैं। बाँकीपुर से भाजपा के नितिन नवीन और प्लुरल्स की पुष्पम प्रिय चौधरी से आगे शत्रुघ्न सिन्हा के बेटे लव सिन्हा कॉन्ग्रेस से आगे चल रहे हैं।
बिहार में विधानसभा चुनाव की मतगणना चल रही है और इसके रुझान सामने आ रहे हैं। अभी तक के रुझानों के अनुसार जमुई से शूटर श्रेयसी सिंह आगे चल रही हैं। वो बिहार के दिग्गज दिवंगत नेता दिग्विजय सिंह की बेटी हैं।
वाल्मीकिनगर से जदयू के युवा विधायक धीरेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ़ रिंकू सिंह आगे चल रहे हैं। शिवहर से आनंद मोहन और लवली आनंद के बेटे चेतन आनंद सिटिंग विधायक सर्फुद्दीन से आगे चल रहे हैं। झंझारपुर से नीतीश मिश्रा आगे चल रहे हैं। मोतिहारी से भाजपा के प्रमोद कुमार आगे चल रहे हैं।
बिहार में सरकार बनाने के लिए 122 सीटों के बहुमत की आवश्यकता है। 243 सदस्यों वाली बिहार विधानसभा के लिए हुए चुनाव के बाद लगभग सभी एग्जिट पोल्स ने तेजस्वी यादव की जीत अनुमान लगाया था।