Monday, December 23, 2024
Homeदेश-समाजकन्हैया कुमार पर फेंके गए जूते-चप्पल, 30 घंटे में तीसरी बार हमला: बिहार के...

कन्हैया कुमार पर फेंके गए जूते-चप्पल, 30 घंटे में तीसरी बार हमला: बिहार के लोगों को समझाने निकले हैं CAA और NRC

जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष और CPI नेता कन्हैया कुमार के काफिले पर बिहार में फिर से हमला हुआ है। घटना कटिहार की है, जहाँ कन्हैया के काफिले पर जूते-चप्पल से हमला किया गया।

जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष और CPI नेता कन्हैया कुमार के काफिले पर बिहार में फिर से हमला हुआ है। घटना कटिहार की है, जहाँ कन्हैया के काफिले पर जूते-चप्पल से हमला किया गया। कन्हैया के काफिले पर यह हमला उस वक्त हुआ, जब वो कटिहार के राजेंद्र स्टेडियम में सभा करने के बाद भागलपुर जा रहे थे। शहीद चौक के पास लोगों ने कन्हैया कुमार के विरोध में पेस्टर दिखाए और फिर आगे बढ़ने पर काफिल पर जूते-चप्पल फेंके गए।

हालाँकि कन्हैया के साथ चल रहे प्रशासन ने मामले में तत्परता दिखाते हुए गाड़ियों के काफिले को आगे बढ़ा दिया। बता दें कि कि एनआरसी और सीएए के खिलाफ कन्हैया पूरे बिहार के कई जिलों में जनसभाओं को संबोधित कर रहे हैं। इसी क्रम में आज प्रदर्शन के लिए कन्हैया कटिहार के राजेंद्र स्टेडियम पहुँचे थे जहाँ उन्होंने जनसभा की और सीएए और एनआरसी को लेकर केंद्र सरकार की खिलाफत की। 

गौरतलब है कि बिहार में हाल के दिनों में कन्हैया कुमार और उनके काफिले पर हमला करने की कई वारदातें सामने आई हैं। इससे पहले कन्हैया कुमार के काफिले पर बिहार के मधेपुरा जिले के पास गुरुवार (फरवरी 6, 2020) को अज्ञात उपद्रवियों द्वारा पथराव किया गया। यह 24 घंटों में कन्हैया के साथ दूसरी बार इस तरह की घटना हुई थी और अब लगभग 30 घंटे के भीतर इस तरह तीसरी घटना हुई है। 

उल्लेखनीय है कि इससे पहले बिहार के सुपौल में काफिले पर हुए पथराव में कन्हैया कुमार घायल हो गए थे। घटना के वक्त सुपौल में एक रैली को संबोधित करने के बाद कन्हैया सहरसा की ओर जा रहे थे। इस हमले में कन्हैया कुमार के ड्राइवर भी घायल हो गए थे। उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

सीएए और एनआरसी के खिलाफ बिहार में चल रहे प्रोपेगेंडा के तहत गाँव-गाँव घूम रहे सीपीआई के नेताओं को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। इससे पहले झंझारपुर में CPI नेता कन्‍हैया के काफिले को काला झंडा दिखाया गया था। वहीं अपने कार्यक्रम के लिए शिवहर से सीतामढ़ी जाते समय कुछ लोगों ने उनकी गाड़ी रोककर काले झंडे दिखाए और साथ ही कॉमरेड मुर्दाबाद के नारे लगाए थे।

कन्हैया कुमार पर फिर हमला, 24 घंटे में दूसरी बार: भारी पथराव के बीच बाल-बाल बचे

भूमिहार कन्हैया! मज़हब, जाति को धंधा बना कर दलाली करने वाले वामपंथी लम्पटों के सरगना हो तुम

‘कॉमरेड कन्हैया मुर्दाबाद’ के नारों से हुआ स्वागत, बिहार के लोगों को समझाने गए थे CAA और NRC

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

किसी का पूरा शरीर खाक, किसी की हड्डियों से हुई पहचान: जयपुर LPG टैंकर ब्लास्ट देख चश्मदीदों की रूह काँपी, जली चमड़ी के साथ...

संजेश यादव के अंतिम संस्कार के लिए उनके भाई को पोटली में बँधी कुछ हड्डियाँ मिल पाईं। उनके शरीर की चमड़ी पूरी तरह जलकर खाक हो गई थी।

PM मोदी को मिला कुवैत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’ : जानें अब तक और कितने देश प्रधानमंत्री को...

'ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर' कुवैत का प्रतिष्ठित नाइटहुड पुरस्कार है, जो राष्ट्राध्यक्षों और विदेशी शाही परिवारों के सदस्यों को दिया जाता है।
- विज्ञापन -