G-20 समिट में दुनिया भर के दिग्गज नेता शिकरत कर रहे हैं। भारत की अध्यक्षता में हो रही इस समिट पर पूरी दुनिया नजर गढ़ाए बैठी है। रात्रिभोज में हिस्सा लेने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी पहुँचे। लेकिन, नीतीश कुमार के मंत्री मदन सहनी इसे समय की बर्बादी बता रहे हैं। सहनी ने कहा कि पीएम मोदी इस तरह के सम्मेलन आयोजित कर अपना और देश दोनों का समय बर्बाद करते हैं।
मदन सहनी बिहार के दरभंगा जिले के बहादुरपुर से जदयू विधायक और नीतीश कुमार सरकार में समाज कल्याण मंत्री हैं। सहनी ने मीडिया से बात करते हुए पीएम मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “अभी तक माननीय प्रधानमंत्री जी देश और विदेश घूमते रहे हैं। फायदा के नाम पर तो हम लोग जीरो समझते हैं। यदि उनके 9 साल के कार्यकाल का आकलन करें तो देश के सबसे विफल प्रधानमंत्री की सूची में मोदी सबसे निचले पायदान पर रहेंगे।”
G-20 का मंच समय की बर्बादी- मदन सहनी, बिहार सरकार के मंत्री का अजब बयान, PM पर निशाना.. सियासत है चमकाना! pic.twitter.com/yiatr6SE0K
— News18 Bihar (@News18Bihar) September 9, 2023
मदन सहनी ने आगे कहा, “हम लोगों को लगता है कि G-20 का सम्मेलन हो या मोदी विदेश जाते हों, ये अपना समय तो बर्बाद करते ही हैं। देश का समय भी बर्बाद करते हैं।” जदयू नेता मदन सहनी के इस बयान पर I.N.D.I.A. गठबंधन बँटा हुआ नजर आ रहा है। कॉन्ग्रेस प्रवक्ता असितनाथ तिवारी ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि G-20 सम्मेलन निरर्थक ऐसा नहीं जा सकता। जदयू नेता मदन सहनी के इस बयान पर I.N.D.I.A. गठबंधन बँटा हुआ नजर आ रहा है। कॉन्ग्रेस प्रवक्ता असितनाथ तिवारी ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि G-20 सम्मेलन निरर्थक है ऐसा नहीं जा सकता।
वहीं, एनडीए गठबंधन की सदस्य RJLP के प्रवक्ता चंदन सिंह ने कहा मदन सहनी पर हमला बोला। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या मदन सहनी को पता है G-20 सम्मेलन क्या है? इस सम्मेलन में भारत के प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पूरी दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण राजनयिक एक साथ बैठे हुए हैं। पूरी दुनिया में भारत का डंका बज रहा है। बिहार के मंत्री का ये बयान ऐसे समय में आया है, जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिल्ली पहुँच कर राष्ट्रपति द्वारा आयोजित भोज में शिरकत की।
G-20 क्या है?
G-20 का मतलब GROUP-20 से है। यह दुनिया के 19 शक्तिशाली देशों और यूरोपियन यूनियन (यूरोप के देशों का समूह) का समूह है। इस वर्ष इस समूह में अफ्रीकी यूनियन भी जुड़ गया है। G20 की स्थापना 1999 में हई थी। यह समूह दुनिया की 85 प्रतिशत अर्थव्यवस्था और 75 वैश्विक व्यापार को नियंत्रित करता है। अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, चीन, भारत, रूस जैसे देश हर साल G-20 समिट में मिलते हैं और दुनिया की आर्थिक स्थिति समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा करते हैं।