बिहार में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता यूनाइटिड दल (जदयू) का गठबंधन टूटने के बाद दूसरे दलों के नेताओं ने नीतीश के फैसले पर प्रतिक्रिया देना शुरू कर दिया है। केंद्रीय मंत्री व लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष पशुपति पारस ने जहाँ जदयू और राजद के होने वाले गठबंधन को बिहार के लिए अच्छा संकेत नहीं माना। वहीं चिराग पासवान ने नीतीश कुमार की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े किए हैं।
केंद्रीय मंत्री व आरएलजेपी अध्यक्ष पशुपति पारस ने कहा, “इससे पहले भी राजद और जदयू के बीच प्रयोग हुआ था, लेकिन वह चला नहीं। दोबारा ऐसा गठबंधन आ रहा है। ये बिहार के विकास के लिए अच्छा संकेत नहीं हैं। हमने सोच लिया है कि हमारी पार्टी एनडीए का ही हिस्सा बनकर रहेगी।”
Earlier also an experiment was done between RJD & JDU but they can't stay together for long. Again such an alliance is coming, it's not a good sign for Bihar's development. We have decided that our party will remain a part of NDA: Union min & RLJP President Pashupati Paras pic.twitter.com/orVpScMDL3
— ANI (@ANI) August 9, 2022
वही रामविलास पासवान के बेटे व लोजपा नेता चिराग पासवान ने कहा, “नीतीश कुमार की विश्वसनीयत शून्य है। हम चाहते हैं कि बिहार में राष्ट्रपति शासन लागू हो। राज्य में फिर चुनाव हों। तुम्हारी (नीतीश कुमार) कोई विचारधारा है या नहीं? अगले चुनावों में जदयू को जीरो मिलेगा।”
Today credibility of Nitish Kumar is zero. We want President rule to be imposed in Bihar & the state should go for a fresh mandate. Do you (Nitish Kumar )have any ideology or not? In next polls, JDU will get 0 seats: Chirag Paswan, LJP leader (Ram Vilas faction) #BiharPolitics pic.twitter.com/6MlNZIJ16G
— ANI (@ANI) August 9, 2022
बता दें कि बिहार में एक बार फिर से दल बदलने के लिए आगे बढ़ चुकी नीतीश कुमार ने अपने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके बाद वो पूर्व सीएम राबड़ी देवी के आवास पर राजद नेताओं से मिलने के लिए निकल गए।
इस्तीफा देते समय मीडिया से बात करते हुए नीतीश कुमार ने कहा, “सभी सांसद और विधायक इस बात पर सहमत हुए कि हमें NDA छोड़ देना चाहिए। इसके तुरंत बाद मैंने बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।”
उल्लेखनीय हैं कि ऐसी खबरें आ रही हैं कि 160 विधायकों के समर्थन का पत्र पेश करते हुए नीतीश कुमार ने नई सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है। वामपंथी दल पहले ही उन्हें समर्थन का ऐलान कर चुके हैं और कॉन्ग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी से भी उनकी फोन पर बात हुई है। तेजस्वी यादव के साथ बैठक के बाद महागठबंधन की नई सरकार का औपचारिक ऐलान होगा।