NDA के संसदीय दल के नेता चुने गए नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री पद के शपथ ग्रहण समारोह में अधिकांश पड़ोसी देशों के नेता शामिल होंगे। इन सभी को शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का न्योता भेजा जा रहा है। भारत संभवतः पाकिस्तान को नहीं आमंत्रित करेगा।
2024 लोकसभा परिणामों में स्पष्ट बहुमत प्राप्त करने के बाद नरेन्द्र मोदी लगातार तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। इस शपथ ग्रहण समारोह में BIMSTEC देशों के राज्य प्रमुखों को शामिल होने के लिए न्योता भेजा जा रहा है। BIMSTEC देशों में भारत के अलावा बांग्लादेश, नेपाल, म्यांमार, थाईलैंड, श्रीलंका और भूटान शामिल हैं। इसमें पाकिस्तान को किनारे कर दिया गया है। इससे पहले के संगठन SAARC में पाकिस्तान भी शामिल था।
पीएम मोदी को लगातार जीत की बधाइयाँ पूरे विश्व भर से मिल रही हैं। उन्हें विश्व के 100 से अधिक देशों से सरकार बनाने को लेकर बधाई मिल चुकी है। भारत के मित्र देशों के राष्ट्रप्रमुखों ने पीएम मोदी को फोन करके बधाई भी दी है।
पीएम मोदी को रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन, इंग्लैंड के प्रधानमंत्री ऋषि सुनाक, नीदरलैंड के प्रधानमंत्री मार्क रत्ते समेत भारत के सभी पड़ोसी देशों से बधाई मिली है। उन्हें बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने फोन करके बधाई दी है, पीएम मोदी ने उन्हें शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने को कहा है, जिसे उन्होंने स्वीकार किया है।
श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने भी पीएम मोदी को फोन करके बधाई दी, नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड ने भी पीएम मोदी को बधाई दी। इन सभी को भी पीएम मोदी ने शपथ ग्रहण में शामिल होने को कहा है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बायडेन ने भी पीएम मोदी को बधाई दी है।
पाकिस्तान की तरफ से पीएम मोदी को बधाई नहीं मिली है। यह भी माना जा रहा है कि उसे शपथ ग्रहण में नहीं बुलाया जाएगा, 2019 में भी उसे नहीं बुलाया गया था। 2014 में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को पीएम मोदी ने बुलाया था और इसे भारत-पाकिस्तान रिश्तों में नई शुरुआत होगी।
2024 लोकसभा चुनाव में भाजपा की अगुवाई वाले NDA गठबंधन ने 290 से अधिक सीटें जीते हैं। बुधवार (5 जून, 2024) को प्रधानमंत्री आवास में हुई बैठक में NDA के सभी घटक दलों ने पीएम मोदी को अपना नेता चुना था और उन्हें अपना समर्थन ज्ञापित किया था। बताया जा रहा है कि वह 8 जून, 2024 को शपथ लेंगे।