विवादास्पद ईसाई प्रचारक, पादरी और DMK समर्थक बिशप एजरा सरगुनम ने प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ अपमानजनक बयान देते हुए कहा है कि वो देश पर शासन करने के लायक नहीं हैं क्योंकि वह अपनी पत्नी के साथ पाँच दिनों तक भी नहीं रह पाए।
रिपोर्ट्स के अनुसार, शुक्रवार (दिसंबर 20, 2020) को बिशप एजरा सरगुनम (Bishop Ezra Sargunam), जो अक्सर हिंदू घृणा और पीएम मोदी से नफरत के लिए जाने जाते हैं, ने द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) प्रमुख एमके स्टालिन के नेतृत्व में नए कृषि कानूनों के खिलाफ ‘भूख हड़ताल’ में भाग लिया। इसमें उनके साथ अन्य हिंदू-विरोधी प्रचारक एमडीएमके प्रमुख वाइको, मनिठान्या मक्कल काची के नेता जवाहिरुल्लाह और विपक्षी दलों से संबंधित नेता भी उनके साथ थे।
इस कार्यक्रम में बोलते हुए बिशप एजरा सरगुनम ने पीएम मोदी की नीतियों को लेकर सरकार पर हमला किया और कहा कि वे जो कुछ भी बोल रहे हैं, वह दिल्ली में गूँजना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस आयोजन में कही गई बातें मोदी के कानों में पड़नी चाहिए।
अपने सम्बोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ जहर उगलते हुए बिशप ने कहा, “वह वैसे भी अपना दिमाग नहीं बदलने वाला है। वह एक ऐसा व्यक्ति है जो देश को लूटने आया है और अपना काम सही तरीके से कर रहा है। उसका कर्तव्य चार अमीर लोगों का समर्थन करना है। वह गरीबों की परवाह नहीं करता है लेकिन वह कहता रहेगा ‘मैं गरीब पैदा हुआ था, मैंने चाय बेची है, मैं गरीबों के लिए अपना जीवन जी रहा हूँ। लेकिन दोस्तों, वह इसके बिल्कुल विपरीत काम करता है।”
अपने अपमानजनक बयानों को जारी रखते हुए, बिशप एजरा ने कहा कि पीएम मोदी भगवान से डरते नहीं हैं क्योंकि उनके पास विवेक नहीं है। पीएम मोदी के खिलाफ व्यक्तिगत गालियाँ देते हुए विवादास्पद क्रिश्चियन प्रचारक ने कहा कि अगर मोदी कम से कम 5 दिनों के लिए अपनी पत्नी के साथ रहते तो उन्हें रोजमर्रा की जिंदगी की कठिनाइयों का पता चल जाता।
पीएम मोदी के खिलाफ और जहर उगलते हुए, एजरा सरगुनम ने कहा, “क्या आप शादी एक बाद एक हफ्ते के लिए भी अपनी पत्नी के साथ नहीं रह सकते हैं? इस देश पर शासन करने के लिए आपके पास क्या योग्यता है? यह फेक आदमी.. जब तक इस मोदी को हटा नहीं दिया जाता, तब तक हमें ऐसी कठिनाइयाँ होती रहेंगी। वह किसी भी तरह की मुश्किलों को नहीं जानता है। अगर वह बच्चों की परवरिश करता, तभी उसे मुश्किलों का पता होता! हम नहीं जानते कि वह किसके साथ रहता था! हम अब उसके साथ फँस गए हैं। हम सबको उसके खत्म होने की प्रार्थना करनी चाहिए।”
.@narendramodi Sir how long will you bear with this and why? Sir be ruthless to this DMK AHs, these custards don’t deserve your kindness or mercy, This is just a sample for the hatred shown in yesterday’s DMK protest pic.twitter.com/uF2sFjGSiD
— Vishwatma 🇮🇳 (@HLKodo) December 19, 2020
हैरान करने वाली बात यह है कि ईसाई प्रचारक ने ये सभी बयान DMK प्रमुख एमके स्टालिन और अन्य विपक्षी नेताओं की मौजूदगी में दिए। सरगुनम को द्रमुक का समर्थक माना जाता है। वह इससे पहले भी अपने बयानों से विवाद खड़े कर चुके हैं।
हिन्दुओं को तमाचा मारने की इच्छा रखने वाला ईसाई प्रचारक एजरा सरगुनम
बिशप एजरा सरगुनम तमिलनाडु राज्य का एक विवादास्पद मिशनरी प्रचारक है। राजनीतिक दल DMK के साथ उसके बेहद करीबी संबंध हैं और कई मौकों पर, खासकर चुनावों के दौरान वह उनका समर्थन करता रहा है। बिशप एजरा को हिंदुओं से गहरी नफरत के लिए भी जाना जाता है।
2019 में, एजरा सरगुनम को हिंदुओं के खिलाफ अभद्र भाषा कहते हुए पाया गया था, जब उन्होंने कहा था कि हिंदू धर्म नाम का कोई धर्म ही नहीं था। एजरा ने आगे कहा, “उनके (हिंदुओं) चेहरे पर थप्पड़ लगाओ, उनका खून बहने दो। फिर उन्हें सच्चाई (ईसाई धर्म) जानने दो।”
ईसाई मिशनरी एजरा के अनुसार, “उस समय ब्राह्मणों के एक समूह ने कहा था कि वे अनुसूचित जाति और आदिवासी लोगों को हिंदू के रूप में स्वीकार नहीं करेंगे। वे केवल एक ‘अच्छे ब्राह्मण’ को ही एक हिंदू के रूप में स्वीकार करेंगे।”
उसने यह भी दावा किया कि इन ब्राह्मणों ने देश की 50% आबादी को हिंदू के रूप में वर्गीकृत किया है। चुनावों में ‘हिंदू राष्ट्रवाद’ के नए उदय का उल्लेख करते हुए बिशप ने कहा कि ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि सभी लोग राजनीतिक लाभ के लिए ‘हिंदूकृत’ थे। ईसाई प्रचारक ने कहा कि हिंदू धर्म एक ‘कृत्रिम धर्म’ है।