भाजपा ने नई दिल्ली से पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज़ गौतम गंभीर को टिकट दिया है। भारतीय क्रिकेट जगत में नाम कमाने वाले गौतम गंभीर का मुक़ाबला यहाँ कॉन्ग्रेस प्रत्याशी और दिल्ली कॉन्ग्रेस के अध्यक्ष रहे अरविंदर सिंह लवली से होगा। कॉन्ग्रेस-आप गठबंधन के फाइनल न होने के बाद आज कॉन्ग्रेस ने भी दिल्ली की 6 सीटों के लिए प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। पिछली बार इस सीट से महेश गिरी ने जीत दर्ज की थी। इस बार उनकी जगह गंभीर ताल ठोकेंगे। वहीं नई दिल्ली से मीनाक्षी लेखी को टिकट दिया गया है। उनका मुक़ाबला दिल्ली कॉन्ग्रेस के एक और पूर्व अध्यक्ष अजय माकन से होगा। गौतम गंभीर और अजय माकन के नाम का ऐलान आज सोमवार (अप्रैल 22, 2019) को देर शाम किया गया।
आज कॉन्ग्रेस ने ईस्ट दिल्ली से अरविंदर सिंह लवली के नाम की घोषणा की। दिल्ली कॉन्ग्रेस के अध्यक्ष रहे अरविंदर सिंह लवली शीला दीक्षित की कैबिनेट में कई अहम मंत्रालय संभाल चुके हैं। बीच में उन्होंने कॉन्ग्रेस छोड़ दी थी और भाजपा में शामिल हो गए थे लकिन अब वो फिर से अपनी पुरानी पार्टी कॉन्ग्रेस में लौटे हैं और इनाम स्वरूप उन्हें लोकसभा टिकट थमाया गया है। अब गौतम गंभीर और लवली के बीच कड़ा मुक़ाबला होगा।
कल रविवार को भाजपा ने दिल्ली की अन्य 4 सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की थी। चाँदनी चौक से 2014 के आम चुनाव में तत्कालीन केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल को हराने वाले डॉक्टर हर्षवर्धन का टिकट बरकरार रखा गया है। भाजपा ने एक बार फिर उनकी साफ़-सुथरी छवि और सौम्य व्यक्तित्व के आधार पर इस सीट को जीतने की उम्मीद लगाई है। दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी नार्थ-ईस्ट दिल्ली से चुनाव लड़ेंगे। इस सीट पर पूर्वांचलवासियों की अच्छी-ख़ासी तादाद है और पूर्वांचल के लोगों के बीच लोकप्रिय भोजपुरी गायक-अभिनेता के लिए ये सुरक्षित सीट मानी जा रही है।
वेस्ट दिल्ली से वर्तमान सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा पर ही भरोसा जताया गया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे प्रवेश वर्मा ने पिछले आम चुनाव में रिकॉर्ड 2,68,586 वोटों से जीत दर्ज की थी। ये दिल्ली आम चुनाव में जीत का सबसे बड़ा अंतर था। प्रवेश ने इसका श्रेय अपने पिता द्वारा किए गए कार्यों और मोदी लहर को दिया था। साउथ दिल्ली से वर्तमान सांसद रमेश बिधूड़ी को टिकट दिया गया है। अभी एक दिन पहले ही आम आदमी पार्टी ने उन पर वादाख़िलाफ़ी का आरोप लगाया था। पार्टी ने बिधूड़ी का रिपोर्ट कार्ड जारी कर उन पर कई आरोप लगाए थे।
दिल्ली की सात में से 6 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा भाजपा और कॉन्ग्रेस ने कर दी है। अब देखना यह है कि 2014 में सातों सीटों पर जीत चुकी भाजपा इस बार अपना किला बचाने में कामयाब होती है या नहीं।