बंगाल से माकपा की टिकट पर निर्विरोध राज्यसभा पहुँचे विकास रंजन भट्टाचार्य पर भाजपा के कैलाश विजयवर्गीय के एक ट्वीट से बवाल खड़ा हो गया है। कैलाश विजयवर्गीय ने अपने ट्वीट में कॉन्ग्रेस समर्थित माकपा के नव निर्वाचित सांसद को ‘गौ भक्षकों का रक्षक’ करार दिया। भाजपा नेता ने अपने ट्वीट में कुछ साल पुरानी उस घटना का जिक्र किया जिसमें विकास रंजन भट्टाचार्य ने कोलकाता में बीफ पार्टी का आयोजन किया था। विजयवर्गीय ने माकपा के भट्टाचार्य के बहाने कॉन्ग्रेस पर हमला करते हुए उसे ऐसे व्यक्ति को राज्यसभा पहुँचाने का दोषी कहा जिसने बीफ पार्टी का आयोजन कर हिन्दुओं की भावना को आहत करने का काम किया था।
गोभक्षक के मददगार !#WB से माकपा के राज्यसभा उम्मीदवार विकास रंजन भट्टाचार्य को कांग्रेस भी समर्थन दे रही है।पोलित ब्यूरो ने सीताराम येचुरी के नाम पर आपत्ति की,इसलिए विकास रंजन भट्टाचार्य को उम्मीदवार बनाया गया। ये वही नेता हैं, जिन्होंने कोलकाता में खुलेआम गोमांस की दावत की थी।
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) March 19, 2020
असल में बंगाल से 4 राज्यसभा उम्मीदवारों को निर्विरोध चुन लिया गया है जिसमें 3 तृणमूल कॉन्ग्रेस के और 1 माकपा के विकास रंजन भट्टाचार्य हैं जिन्हें कॉन्ग्रेस ने समर्थन दिया था। विकास रंजन भट्टाचार्य, कोलकाता के मेयर भी रह चुके हैं। हाल फिलहाल में ये तब चर्चा में आए थे जब देश में बढ़ती कथित “असहिष्णुता” के खिलाफ प्रदर्शन करने के दौरान कोलकाता में एक बीफ पार्टी आयोजित की गई थी। कोलकाता के पूर्व मेयर विकास रंजन भट्टाचार्य इस विरोध प्रदर्शन के महत्त्वपूर्ण हिस्सा थे जिसमें लोगों के मुँह में बीफ खिलाई गई थी। इस आयोजन के समय आयोजनकर्ताओं में से एक विकास रंजन भट्टाचार्य ने कहा था कि बहुलतावाद भारत का प्राण है और इस आयोजन का विरोध करने का उद्देश्य भारत के उसी तत्व की रक्षा करना है। उस समय कई वामपंथियों ने भी इस बीफ पार्टी का विरोध करते हुए कहा था कि इस तरह की पार्टियाँ गैरजरूरी हैं और समाज के एक वर्ग की धार्मिक भावनाएँ आहत करने वाली हैं।
ऐसे व्यक्ति को जो सड़क पर बीफ पार्टी आयोजित करने के लिए कुख्यात रह चुका है, को कॉन्ग्रेस का समर्थन, खुद कॉन्ग्रेस पर कई सवाल खड़े करता है जो अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है।