ख़बरों के अनुसार भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने महाराष्ट्र में पार्टी के सांसदों से अकेले चुनाव में उतरने की तयारी करने को कहा है। शाह ने दिल्ली में महाराष्ट्र के भाजपा सांसदों की एक बैठक बुलाई थी जहां उन्होंने ये बातें कही। एक सांसद ने बताया कि अमित शाह ने बैठक में कहा कि राज्य में अकेले चुनाव लड़ने की तैयारियां शुरू कर दीजिये क्योंकि इसकी जरूरत पड़ सकती है। सूत्रों के अनुसार भाजपा अध्यक्ष ने बैठक में कहा कि इस साल होने वाले लोकसभा चुनावों में शिवसेना से गठबंधन के लिए बातचीत चल रही है और इसके लिए प्रयास किये जा रहे हैं लेकिन अगर चीजें सही नहीं रही तो हमे अकेले चुनाव में उतरने की तैयारी भी शुरू कर देनी चाहिए।
बता दें कि अभी केंद्र और महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना गठबंधन साथी हैं लेकिन शिवसेना भाजपा के खिलाफ काफी मुखर रही है। कुछ दिनों से शिवसेना के नेता लगातार भाजपा के खिलाफ बयान दे रहे हैं और राफेल, नोटबंदी जैसे मुद्दों पर भी शिवसेना केंद्र सरकार के खिलाफ रुख अख्तियार करती रही है। गुरुवार को राम मंदिर को लेकर भी शिवसेना ने भाजपा पर निशाना साधा था और कहा था कि अगर भाजपा के शासनकाल में भी मंदिर नहीं बना तो फिर अब कब बनेगा? इसके अलावे राफेल सौदे की जांच के लिए जेपीसी का गठन किये जाने के विपक्ष की मांग पर भी शिवसेना ने संसद में उनका साथ दिया। इन सभी परिस्थितियों को ध्यान में रख कर अमित शाह ने महाराष्ट्र की सभी 48 लोकसभा सीटों पर चुनावी समर में अकेले उतरने की बात कही है।
अगर सीटों की बात करें तो 2014 के लोकसभा चुनावों में भाजपा और शिवसेना साथ-साथ मैदान में उतरी थी और दोनों से क्रमशः 23 और 18 सीटों पर जीत दर्ज की थी। भाजपा और शिवसेना दोनों का ही स्ट्राइक रेट काफी बेहतर रहा था क्योंकि भाजपा को कुल 24 सीटों में से सिर्फ एक पर हार मिली थी वही शिवसेना ने 20 सीटों पर जोर आजमाया था और उसे सिर्फ दो सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था। पीटीआई ने एक भाजपा नेता के हवाले से बताया कि अमित शाह ने इस मामले में अपना रुख साफ़ कर दिया है कि अगर 2019 आम चुनावों में शिव्व्सेना के साथ गठबंधन न भी हो तो भाजपा अपने दम पर चुनाव लड़ेगी।
बता दें कि पांच राज्यों में पिछड़ने के बाद अमित शाह ने बैठकों का सिलसिला शुरू कर दिया है जिसमे वो आने वाले लोकसभा चुनाव के लिए रणनीति बनाने में लगे हैं। महाराष्ट्र के लिए हुए तजा बैठक में भी इसी पर चर्चा की गई। इस बैठक में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, प्रकाश जावड़ेकर और पीयूष गोयल उपस्थित थे। जी न्यूज़ ने अपने सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि दिलीप गाँधी द्वारा गठबंधन पर पूछे गए सवाल पर अमित शाह ने कहा;
“आप सभी अपने-अपने चुनाव क्षेत्र में काम करो। विधानसभा में शिवसेना के साथ हमारा गठबंधन टूट गया। तब हमने तैयारी की और सबसे ज्यादा सीटें लेकर सत्ता में आ गए। ऐसी ही तैयारी इस बार करनी है। शिवसेना के साथ चर्चा चल रही है, लेकिन कुछ खोकर गठबंधन नही करेंगे।”
शाह के इस बयान से यह साफ़ हो जाता है कि भाजपा अपनी सीटें खोएगी नहीं यानी कि वो शिवसेना द्वारा ज्यादा सीटों की मांग पर झुकने के लिए बिलकुल तैयार नहीं हैं। इसके अलावे शाह ने सांसदों को कार्यकर्ताओं की नाराजगी दूर करने का भी आदेश दिया। उन्होंने सांसदों से कहा कि कार्यकर्ताओं को भोजन पर आमंत्रित करें और उनकी समस्याओं को सुन कर समाधान करें।