भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) पर पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन शोषण के आरोपों का मामला उलझता जा रहा है। नाबालिग द्वारा लगाए गए आरोपों से मुकरने के बाद अब उसके दादा ने कहा कि उनकी पोती बालिग है और उनके पोती के कंधे पर बंदूक रखकर चलाया जा रहा। उन्होंने यहाँ तक कह दिया कि भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह के खिलाफ पहलवानों का धरना सुनियोजित है।
उधर, बृजभूषण शरण सिंह से जब पत्रकारों ने इस पर प्रतिक्रिया माँगी तो उन्होंने कहा कि उन्हें दिल्ली पुलिस द्वारा चार्जशीट फाइल करने का इंतजार है। चार्जशीट फाइल होने के बाद वे बोलेंगे। वहीं, WFI की एडहॉक समिति ने मतदाता सूची एकत्र करके चुनाव कराने की दिशा में कर दिया है। WFI के चुनाव के लिए 30 जून 2023 की समय सीमा निर्धारित की गई है।
भाजपा सांसद पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली नाबालिग पहलवान के दादा का कहना है कि पहलवानों का प्रदर्शन सुनियोजित रहा होगा। रिपब्लिक के अनुसार, नाबालिग के दादा ने कहा कि उनकी पोती के साथ शोषण नहीं हुआ था। बता दें कि इसके पहले नाबालिग के पिता ने भी कहा था कि उसने गुस्से में बृजभूषण सिंह के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था।
पहलवानों ने मौके का फायदा उठाया- नाबालिग के दादा
नाबालिग के दादा ने बताया, “राँची में नेशनल टूर्नामेंट में रेफरी के गलत पॉइंट देने से हमारी जीती हुई लड़की हार गई थी। इसकी शिकायत मेरे बेटे ने फेडरेशन के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह से करनी चाही थी, लेकिन वो बेटे से नहीं मिल सके। हो सकता है कि किसी काम से चले गए हों। इन सबके बीच ही धरना देने वाले पहलवानों को मौका मिल गया।”
नाबालिग के दादा ने कहा कि पहलवान साक्षी मालिक, बजरंग पुनिया, विनेश फोगाट उन्हें और उनके बेटे (नाबालिग के पिता) को भी जानते थे। वे धरने पर बैठ गए। नाबालिग के दादा बोले, “उन्होंने (पहलवानों ने) कहा कि अगर पहलवानों को ऐसे ही हराना है तो इसके खिलाफ धरने पर बैठ जाते हैं। अगर ये (बृजभूषण सिंह) अध्यक्ष ही नहीं रहेगा तो कैसे हराएगा?”
बयान नहीं दोगी तो बोटी-बोटी कर देंगे- दादा
दैनिक भास्कर के अनुसार, लड़की के दादा ने कहा, “हमारी पोती बालिग है और उसके साथ कोई छेड़छाड़ नहीं हुई। उसके पिता ने उस पर दबाव बनाया और झूठी शिकायत दर्ज करवाई है। हमने जैसे ही यह सुना कि मेरी पोती के कंधे पर बंदूक रख कर ये खेल खेला जा रहा है तो हम बेटे के घर गए। हमें अंदर नहीं जाने दिया गया और कहा गया कि अगर बेटी बयान नहीं देगी तो मैं उसके टुकड़े-टुकड़े कर दूँगा।”
दादा कहते हैं, “उसका पिता उसे मारता-पीटता है। जान से मारने की धमकी देता है। हम भी डरते हैं कि कहीं कोई हादसा न हो जाए, परिवार बिखर न जाए। इसलिए उसे बर्दाश्त करते हैं।” उन्होंने कहा कि पहले उनकी पोती रोज उनसे बात करती थी, लेकिन अब उसे बात करने नहीं दी जाती है। उन्होंने कहा कि जब भी उनकी पोती कैंप में जाती थी तो वे बात करते थे और वह बेहद खुश नजर आती थी।
नाबालिग की दादी बोली, “हमारी पोती बालिग है। वो 22 फरवरी 2004 को रोहतक के कमलेश फोगाट नर्सिंग होम में पैदा हुई थी।” दादा ने कहा कि अपने बेटे को निकम्मा बताते हुए कहा कि उसने गरीबी कभी नहीं देखी। घर बेचकर पढ़ाने की बात भी उसने झूठ बोली है। वह तो बच्चे के नाम पर किए गए बीमा के पैसे तक खा गया। दादा ने यह भी बताया कि जिस बड़ी बेटी की मरने की बात उसका बेटा कहता है, वह भी झूठी है। उसकी कोई बड़ी बेटी थी ही नहीं।
धरना सुनियोजित- नाबालिग पहलवान के दादा
पहलवानों की शुरुआती माँगों का जिक्र करते हुए लड़की के दादा ने आगे कहा, “धरने के दौरान मीडिया ने पहलवानों से पूछा कि आप लोगों की माँगें क्या हैं? इन लोगों ने कहा कि हम बृजभूषण शरण सिंह का इस्तीफा चाहते हैं। इसके अलावा लखनऊ कैंप में भी हम लोग नहीं जाएँगे, क्योंकि बृजभूषण सिंह के क्षेत्र में हमें नंबर नहीं मिलेंगे। इन लोगों ने धरने पर माँग रखी कि बृजभूषण इस्तीफा दें और टूर्नामेंट कहीं और हो।”
उन्होंने कहा कि इसके बाद पहलवानों ने धरना छोड़ दिया, लेकिन ये बातें उन्हें नहीं बताई गई। धरने पर सवाल खड़े होने लगे, आरोप लगाने लगे कि 2012 के बाद से हजारों लड़कियाँ कैंप में रहकर आ गईं, लेकिन किसी ने शिकायत नहीं की। इससे मालूम होता है कि इनका प्रदर्शन प्री-प्लान रहा होगा।
संगीता फोगाट पर बृजभूषण से समझौते का आरोप
बता दें कि शुक्रवार (8 जून 2023) को दिल्ली पुलिस पहलवान बजरंग पुनिया की पत्नी और विनेश फोगाट की बहन संगीता फोगाट को लेकर बृजभूषण शरण सिंह के सरकारी आवास पर गई थी। इसके बाद ये कयास लगाए जाने लगे कि संगीता भाजपा सांसद से मिलकर मामले को रफा-दफा करने की कोशिश करने गई हैं।
मीडिया में इस खबर को देखकर बजरंग और विनेश ने कहा था कि दरअसल पुलिस ने क्राइम सीन रिक्रिएट करने गई है। उन्होंने सांसद के लिए तू-तड़ाक की भाषा का इस्तेमाल करते हुए एक बार फिर गिरफ्तारी की माँग की। पहलवानों ने कहा कि बृजभूषण झूठा नैरेटिव मीडिया में चलवा रहे हैं।
नाबालिग के पिता ने आरोप वापस लेकर गलती सुधारने की बात कही
उधर बयान बदलने को लेकर नाबालिग पहलवान के पिता ने कहा, “बेहतर है कि अब सच्चाई सामने आ जाए। अब बातचीत शुरू हो गई है। सरकार ने पिछले साल हुई मेरी बेटी की हार (एशियाई अंडर-17 चैंपियनशिप ट्रायल में) की निष्पक्ष जाँच का वादा किया है। इसलिए यह मेरा भी कर्तव्य है कि मैं अपनी गलती सुधारूँ।”
नाबालिग के पिता ने कहा कि लखनऊ में 2022 अंडर 17 एशियाई चैम्पियनशिप ट्रायल में उनकी बेटी फाइनल हार गई और भारतीय टीम में चयन से चूक गई तो वे नाराज हो गए। रेफरी के फैसले के लिए उन्होंने बृजभूषण शरण सिंह को जिम्मेदार ठहराया।
नाबालिग के पिता ने कहा, “मैं गुस्से से भर गया था और फाइनल में रेफरी के फैसले के कारण मेरे बच्चे की एक साल की मेहनत बेकार चली गई थी। इसलिए मैंने बृजभूषण शरण सिंह से बदला लेने का फैसला किया।”
बताते चलें कि अंतरराष्ट्रीय रेफरी जगबीर सिंह ने बृजभूषण सिंह पर आरोप लगाया था कि महिलाओं के साथ बदसलूकी उनकी आँखों के सामने हुआ। उन्होंने कहा कि यह मामला इसलिए नहीं उठाया था, क्योंकि कोई भी महिला पहलवान अपनी शिकायत लेकर आगे नहीं आई थी।