भाजपा की निलंबित नेता नूपुर शर्मा के पैगंबर मुहम्मद को लेकर कथित विवादित बयान का भोपाल से बीजेपी की सांसद साध्वी प्रज्ञा ने समर्थन किया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत सदा से हिन्दुओं का देश रहा है। सनातन जिंदा रहेगा और इसे जिंदा रखना हम सभी का कर्तव्य है। इसके साथ ही उन्होंने ट्वीट किया, “सच कहना अगर बगावत है, तो समझो मैं भी बागी हूँ।”
सच कहना अगर वगावत है तो समझो हम भी वागी हैं।
— Sadhvi Pragya singh thakur (@SadhviPragya_MP) June 9, 2022
जय सनातन, जय हिंदुत्व…
भाजपा सांसद के बयान का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वो पत्रकारों से बात करते हुए कहती हैं, “मैं इस नाम से बदनाम हूँ कि मैं सत्य बोलती हूँ, फिर चाहे कहीं भी हो, चाहे कुछ भी हो। ये भी एक सत्य है कि ज्ञानवापी में शिव मंदिर था, है और रहेगा। हमारे हिन्दू देवी-देवता और सनातन के जो मूल धर्मों पर जो भी कुठाराघात करेगा तो हम भी किसी की असलियत को उजागर करेंगे। आप हमारी असलियत तुम बता दो हमें स्वीकार है, लेकिन अगर आपकी असलियत को हम बताते हैं तो तुम्हें तकलीफ क्यों होती है। इसका अर्थ ये है कि कहीं न कहीं इतिहास गंदा है।”
वहीं पैगंबर मुहम्मद पर कथित टिप्पणियों के बाद उन्हें इस्लामिक कट्टरपंथियों द्वारा दी जा रही धमकियों को लेकर साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि विधर्मियों ने तो सदा से ऐसा ही किया है। बीजेपी सांसद ने कमलेश तिवारी हत्याकांड का जिक्र करते हुए कहा कि कमलेश तिवारी ने कुछ कहा, उससे इन्हें तकलीफ हुई और इन्होंने उन्हें काट डाला। अगर कोई कुछ कहता है तो उसे धमकियाँ दी जाती हैं।
साध्वी प्रज्ञा ने कहा, “हमारे देवी देवताओं पर ये फिल्में बनाते हैं, उसका डायरेक्शन करते हैं और गालियाँ देते हैं। ये सब आज से नहीं, इनका एक पूरा वामपंथी इतिहास रहा है। पूरी तरह से ये अपनी विधर्मी मानसिकता को दिखाते हैं। ये भारत है। हिन्दुओं का है। यहाँ सनातन जिंदा रहेगा। इसे जिंदा रखना हम लोगों की जिम्मेदारी है और हम रखेंगे।”
नूपुर शर्मा के कथित बयान पर इस्लामिक देशों के ऐतराज पर टिप्पणी करते हुए बीजेपी सांसद ने कहा कि विधर्मी लोग हर जगह अपनी मानसिकता को स्थापित करना चाहते हैं। जबकि सनातन धर्म अपने धर्म को स्थापित करता है, जो कि मानवीय हितों के लिए है।
गौरतलब है कि नूपुर शर्मा के कथित बयान पर कतर समेत कई इस्लामिक मुल्कों ने अपनी नाराजगी भारत के समक्ष जताई थी। इस पर भारत सरकार ये स्पष्ट कर चुकी है कि किसी व्यक्ति की निजी टिप्पणी सरकार के रुख को नहीं दर्शाती। बहरहाल नूपुर शर्मा के कथित बयान के बाद बीजेपी ने उन्हें और नवीन जिंदल को पार्टी से बाहर कर दिया था।