लखीमपुर खीरी हिंसा के बीच भाजपा ने नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी (National Executive) की घोषणा की है। बीजेपी की इस 80 सदस्यीय कार्यकारिणी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर कई केंद्रीय मंत्रियों, राज्य के कई नेताओं के नाम शामिल हैं। लेकिन इस लिस्ट में सुब्रमण्यम स्वामी, वरुण गाँधी और उनकी माँ मेनका गाँधी को बाहर का रास्ता दिखाया गया है। उनकी जगह कॉन्ग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए ज्योतिरादित्य सिंधिया को जगह मिली है। बीजेपी के इस ऐक्शन से ऐसा साफ पता चल रहा है कि वरुण और सुब्रमण्यम स्वामी को उनके बागी तेवरों की सजा मिली है।
Days after comments on Lakhimpur Kheri, Varun Gandhi, Maneka excluded from BJP’s national executive council
— ANI Digital (@ani_digital) October 7, 2021
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कई मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत को लेकर सांसद वरूण गाँधी ट्वीट के जरिए लगातार योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साध रहे थे। इतना ही नहीं उन्होंने कुछ दिनों पहले अपने ट्वीट के बायो से बीजेपी भी हटा लिया था। और अब कार्यकारिणी से बाहर होने के बाद सुब्रमण्यम स्वामी ने भी अपना ट्विटर बायो बदल लिया है।
Swamy removed ‘National Executive Member’ from his bio 😁 pic.twitter.com/H0jXQ9RsS7 https://t.co/dlJZccgz5Q
— Deepa Arya (@KanganaArya) October 7, 2021
इसके साथ ही कार्यसमिति के लिए विशेष आमंत्रित और स्थाई आमंत्रित सदस्यों की भी घोषणा की गई है। बीजेपी राष्ट्रीय कार्यसमिति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी समेत 80 नेताओं को जगह दी गई है। इस सूची में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंक्षी राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, पीयूष गोयल, किरेन रिजीजू, गिरिराज सिंह, एस जयशंकर, मनोत तिवारी समेत कई नाम शामिल हैं। हर्षवर्धन, रविशंकर प्रसाद और प्रकाश जावड़ेकर जैसे पूर्व केंद्रीय मंत्री भी राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य बने हुए हैं।
वहीं, इसमें नए चेहरों को भी जगह दी गई है। हाल ही में कैबिनेट में शामिल किए गए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, मीनाक्षी लेखी, मनसुख मंडाविया और ज्योतिरादित्य सिंधिया को राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल किया गया है। नीचे आप पूरी लिस्ट देख सकते हैं। बता दें कि 80 नियमित सदस्यों के अलावा, कार्यकारिणी में 50 विशेष आमंत्रित और 179 स्थायी आमंत्रित सदस्य भी होंगे।
गौरतलब है कि कार्यकारिणी पार्टी का एक प्रमुख विचार-विमर्श करने वाला निकाय होता है जो सरकार के सामने आने वाले प्रमुख मुद्दों पर चर्चा करता है और संगठन के एजेंडे को आकार देता है। कोरोना महामारी के कारण लंबे समय से बीजेपी में इसकी बैठक नहीं हुई है। वही अब इस घोषणा के बाद भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक नवंबर में होने वाली है। जेपी नड्डा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद यह पहली बैठक होगी।