भाजपा ने पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) को ‘टेररिस्ट मैन्युफैक्चरिंग कंपनी’ करार दिया है। इधर ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष को ‘गुंडा’ और राज्य में पार्टी के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय को ‘बाहरी’ करार दिया। दिलीप घोष ने अभिषेक बनर्जी को ‘बच्चा’ बताया है।
पश्चिम बंगाल में भाजपा के उपाध्यक्ष राजू बनर्जी ने TMC के लिए ‘टेररिस्ट मैन्युफैक्चरिंग कंपनी’ वाला तमगा इस्तेमाल किया। बता दें कि अभिषेक बनर्जी सांसद भी हैं और पार्टी में उन्हें अगला नेतृत्व माना जा रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय सहित भाजपा के कई बड़े नेताओं को बाहरी बताया।
दिलीप घोष ने उनके आरोपों का जवाब देते हुए कहा, “सभी ने पंचायत चुनाव में देखा है कि कौन गुंडा है। उन्होंने मुझे न केवल एक ठग बताया, बल्कि माफिया भी कहा है। माफिया कौन है, यह आप समझ सकते हैं। उनके काफिले में 25 कारें होती हैं और हर कोई जानता है कि उनके पास क्या-क्या है। वास्तविकता ये है कि उनकी हताशा उच्चतम स्तर पर चली गई है।”
Over time, meaning of TMC kept changing, it has now become Terrorist Manufacturing Company. This is also the perception that youth have. TMC workers too think so & hence they’re writing on walls of graveyards that TMC is coming in 2021: Raju Banerjee, West Bengal BJP vice-chief pic.twitter.com/AW1jyvfkPR
— ANI (@ANI) November 30, 2020
वहीं राजू बनर्जी ने अपने बयान में कहा, “समय के साथ, TMC का अर्थ बदलता रहा है। अब यह टेररिस्ट मैन्युफैक्चरिंग कंपनी (आतंकवादी विनिर्माण कंपनी) बन गई है। युवाओं के बीच भी भी यही धारणा है। तृणमूल कार्यकर्ता भी ऐसा सोचते हैं और इसलिए वे कब्रिस्तानों की दीवारों पर लिख रहे हैं कि TMC 2021 में आ रही है।” हाल ही में कैलाश विजायवर्गीय ने कहा था कि अब TMC की लगाम भाईपो (भतीजे) के साथ में चली गई है, कोई स्वाभिमानी व्यक्ति वहाँ कैसे टिक सकता है?
ममता बनर्जी की पार्टी फ़िलहाल बगावतों से जूझ रही है। जहाँ 6 जिलों और 35 विधानसभा सीटों पर प्रभाव रखने वाले अधिकारी परिवार के शुभेंदु ने कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है, वहीं कूच विहार के विधायक मिहिर गोस्वामी भाजपा में चले गए हैं। जटू लाहिड़ी ने भी असंतोष जताया है। उन्होंने कहा है, “प्रशांत किशोर को पार्टी में किराए पर रखा गया है। उनकी नियुक्ति होने के बाद से सभी तरफ से नुकसान होना शुरू हो गया है।”