Friday, November 15, 2024
Homeराजनीतिसूरत में मोदी-मोदी के नारों से हुआ ओवैसी का स्वागत, लोगों ने दिखाए काले...

सूरत में मोदी-मोदी के नारों से हुआ ओवैसी का स्वागत, लोगों ने दिखाए काले झंडे: सर्वे से खुलासा – गुजरात में मुस्लिमों को AIMIM से ज्यादा पसंद भाजपा

मुस्लिमों के सबसे बड़े हितैषी होने का दम भरने वाले असदुद्दीन ओवैसी गुजरात में भी खुद को मुस्लिमों की पहली पसंद बता रहे थे, लेकिन एक सर्वे में उनके इस दावे की पोल खुलती नजर आ रही है।

गुजरात में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार जोरों पर है। हर पार्टी वोटरों को लुभाने के लिए अपना पूरा जोर लगा रही है। इसी क्रम में AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी रविवार (13 नवंबर, 2022) को गुजरात के सूरत पहुँचे थे। जब वह मंच से लोगों को संबोधित कर रहे थे, उसी दौरान उन्हें काला झंडा दिखाया गया और वहाँ मौजूद लोगों ने ‘मोदी-मोदी’ के नारे लगाए।

दरअसल, ओवैसी सूरत पूर्व विधानसभा से चुनाव लड़ रहे उम्मीदवार के लिए सभा को संबोधित करने पहुंचे थे। गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए AIMIM ने कई सीटों के लिए अपने उम्मीदवार उतारे हैं। वह सूरत पूर्व सीट से वसीम कुरैशी के लिए चुनाव प्रचार करने आए थे। मुस्लिमों के सबसे बड़े हितैषी होने का दम भरने वाले असदुद्दीन ओवैसी गुजरात में भी खुद को मुस्लिमों की पहली पसंद बता रहे थे, लेकिन एक सर्वे में उनके इस दावे की पोल खुलती नजर आ रही है।

गुजरात की जनता के मन को टटोलने के लिए एबीपी न्यूज़ ने सी-वोटर के साथ मिलकर साप्ताहिक सर्वे किया है। सर्वे में लोगों से पूछा गया था कि गुजरात में मुस्लिम वोटर किस पार्टी को पसंद करते हैं, इसके जवाब काफी चौंकाने वाले आए, जो कम से कम AIMIM के लिए तो किसी झटके से कम नहीं है। देखा जाए तो काले झंडे और मोदी-मोदी के नारे से ओवैसी को यह समझ भी आ गया होगा।

सर्वे के मुताबिक, 47% मुस्लिमों ने कॉन्ग्रेस को अपनी पहली पसंद बताया है, जबकि 25 प्रतिशत ने AAP को अपनी पसंद करार दिया। वहीं मुस्लिम समाज के 19 प्रतिशत लोगों के लिए पहली पसंद भाजपा है और 9 प्रतिशत ने AIMIM को अपनी पसंद बताया है।

राज्य में 1 और 5 दिसंबर को दो चरणों में वोटिंग होनी है और नतीजे 8 दिसंबर को सामने आएँगे। पहले चरण में 89 सीटों पर 1 दिसंबर को वोट डाले जाएँगे तो दूसरे चरण में 93 सीटों पर 5 दिसंबर को वोटिंग होगी। उल्लेखनीय है कि पिछले सप्ताह AIMIM प्रवक्ता ने आरोप लगाया था कि ओवैसी को निशाना बनाकर ‘वंदे भारत’ ट्रेन पर पत्थर फेंके गए थे। हालाँकि, पुलिस ने इन दावों को खारिज किया था।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जिनके पति का हुआ निधन, उनको कहा – मुस्लिम से निकाह करो, धर्मांतरण के लिए प्रोफेसर ने ही दी रेप की धमकी: जामिया में...

'कॉल फॉर जस्टिस' की रिपोर्ट में भेदभाव से जुड़े इन 27 मामलों में कई घटनाएँ गैर मुस्लिमों के धर्मांतरण या धर्मांतरण के लिए डाले गए दबाव से ही जुड़े हैं।

‘गालीबाज’ देवदत्त पटनायक का संस्कृति मंत्रालय वाला सेमिनार कैंसिल: पहले बनाया गया था मेहमान, विरोध के बाद पलटा फैसला

साहित्य अकादमी ने देवदत्त पटनायक को भारतीय पुराणों पर सेमिनार के उद्घाटन भाषण के लिए आमंत्रित किया था, जिसका महिलाओं को गालियाँ देने का लंबा अतीत रहा है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -