करीब एक महीने से चल रहा था कर्नाटक का ‘नाटक’ खत्म हो चुका है। काफी जद्दोजहद के बाद आखिरकार बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा ने शुक्रवार (जुलाई 26, 2019) को सीएम पद की शपथ ले ली। वह चौथी बार मुख्यमंत्री का कमान संभालेंगे। कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला ने उन्हें शपथ दिलाई है। इसके साथ ही राज्यपाल ने उन्हें एक सप्ताह के अंदर अर्थात 31 जुलाई तक बहुमत साबित करने के लिए कहा है। उनके शपथ ग्रहण में बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं के साथ ही कॉन्ग्रेस के निलंबित विधायक रोशन बेग भी शामिल हुए।
Karnataka Chief Minister BS Yediyurappa on State Cabinet formation: I will discuss with Amit Shah ji & other leaders. If necessary, I will go to Delhi tomorrow, we will take the decision afterwards. pic.twitter.com/d9NKoUCdVQ
— ANI (@ANI) July 26, 2019
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते ही येदियुरप्पा के एक आदेश ने सरकारी महकमे में खलबली मचा दी है। दरअसल, मुख्य सचिव ने सभी उपसचिवों को पत्र लिखकर कुमारस्वामी द्वारा जुलाई में दिए गए सभी आदेशों को रोकने की सख्त हिदायत दे दी है।
बता दें कि कॉन्ग्रेस-जद (एस) गठबंधन सरकार के मंगलवार को शक्ति परीक्षण में असफल रहने के बाद से येदियुरप्पा सरकार गठन का दावा पेश करने के लिए पार्टी आलाकमान से निर्देश मिलने का इंतजार कर रहे थे। इसे लेकर जगदीश शेट्टार, अरविंद लिंबावली, मधुस्वामी, बसवराज बोम्मई और येदियुरप्पा के बेटे विजयेंद्र समेत कर्नाटक बीजेपी के नेताओं ने गुरुवार को नई दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात की थी और ऐसा बताया जा रहा है कि उन्होंने सरकार गठन के बारे में चर्चा की थी।