कॉन्ग्रेस के एक संगठन सेवा दल के राष्ट्रीय मुख्य आयोजक लालजी देसाई और गुजरात कॉन्ग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रुत्विक मकवाना सहित पाँच लोगों के खिलाफ एक मामला दर्ज किया गया है। इन्होंने एक सरकारी स्कूल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था। इस स्कूल में विद्यार्थियों ने बुधवार (14 अगस्त) को तिरंगा यात्रा में भाग लेते हुए वीर सावरकर और चंद्रशेखर आजाद की तस्वीरों वाली टी-शर्ट पहनी थी।
कॉन्ग्रेस से जुड़े पाँचों लोगों के खिलाफ राजकोट जिले के चोटिला पुलिस थाने में दर्ज प्राथमिकी की गई है। प्राथमिकी में इन लोगों के खिलाफ यात्रा में बाधा डालने और सुरेंद्रनगर के सांगनी गाँव के प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक और शिक्षकों को उनके कर्तव्यों का निर्वहन करने से रोकने का आरोप लगाया गया है।
इन लोगों पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 197(1)(सी) (दो समुदायों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना), 197(1)(डी) (झूठी या भ्रामक जानकारी बनाना या प्रकाशित करना, जिससे भारत की संप्रभुता, एकता और अखंडता या सुरक्षा को खतरा हो), 126(2) (गलत तरीके से रोकना), 189(2) (गैरकानूनी जमावड़ा), 221 (लोक सेवक को अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने से स्वेच्छा से बाधा डालना), 352 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करना) और 353(2) (विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी, घृणा या दुर्भावना की भावना पैदा करने या बढ़ावा देने की संभावना वाले किसी भी बयान या रिपोर्ट को इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों सहित बनाना, प्रकाशित या प्रसारित करना) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इस मामले में स्कूल के प्रधानाचार्य कल्पेश चौहान ने थाने में शिकायत दी थी। उनके शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। FIR में कहा गया है कि कॉन्ग्रेस के नेताओं ने छात्रों और शिक्षकों को सुबह करीब 11 बजे अपना मार्च रोकने के लिए मजबूर किया था। दरअसल, कॉन्ग्रेस नेता गुजरात न्याय यात्रा निकाल रहे थे और सामने बच्चों की तिरंगा यात्रा आ गई थी।
कॉन्ग्रेस नेता लालजी देसाई ने प्रिंसिपल से कहा, “आपको छात्रों से उसी सावरकर की टी-शर्ट पहनने के लिए कहने में शर्म नहीं आती, जो महात्मा गाँधी की हत्या की साजिश का हिस्सा थे? अगर मैं कल आपको नाथूराम गोडसे या किसी रंगा-बिल्ला या दाऊद की टी-शर्ट दूँ तो क्या आप छात्रों से कहेंगे कि वे नाथूराम गोडसे या किसी रंगा-बिल्ला या दाऊद की टी-शर्ट पहनें? सावरकर की टी-शर्ट पहनने के लिए कहकर आजादी का अपमान न करें।”
पुलिस ने कहा कि कॉन्ग्रेस नेताओं ने भगवा टी-शर्ट पहने छात्रों का वीडियो शूट करके सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। FIR के अनुसार, कुछ कॉन्ग्रेस नेताओं ने प्रिंसिपल और शिक्षकों से छात्रों से अपनी टी-शर्ट उतारने का निर्देश देने को कहा। प्रिंसिपल ने सावरकर और आज़ाद को स्वतंत्रता सेनानी बताते हुए कहा कि ये टी-शर्ट मुंबई के इंदुमती वसंतलाल चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से उपहार में दी गई हैं।