पश्चिम बंगाल में दिनोंदिन सत्ताधारी तृणमूल कॉन्ग्रेस के कार्यकर्ताओं का संघर्ष भी बढ़ता जा रहा है। ऐसी ही एक घटना में 26 साल के शेख इन्सान के मारे जाने की है। वह वीरभूम के निकट सांईथिया इलाके के कल्याणपुर गाँव में वर्चस्व को लेकर टीएमसी के दो गुटों की बमबाजी और गोलीबारी का शिकार हो गया। कुछ लोगों के जख्मी होने की भी खबर है। तनाव को देखते हुए गॉंव में पुलिस बल की तैनाती की गई है।
दरअसल, कल्याणपुर गाँव में वर्चस्व को लेकर लम्बे समय से तृणमूल के स्थानीय अध्यक्ष और पार्टी के एक जिलास्तरीय नेता के बीच संघर्ष चल रहा है। सोमवार रात दोनों गुटों के लोगों का एक-दूसरे से आमना-सामना हो गया। दोनों पक्षों के बीच कहासुनी से मामला सीधे बमबाजी और गोलीबारी तक पहुँच गया।
तृणमूल के दोनों गुटों के बीच हुए इस ख़ूनी संघर्ष का दौर सुबह तक चला। इस दौरान रास्ते से गुजर रहे शेख इन्सान को तीन गोलियाँ लगीं। घायल शेख को स्थानीय लोग अस्पताल ले गए। अस्पताल पहुँचते ही डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने पर पहुँची पुलिस ने किसी तरह हालात पर काबू पाया।
मृतक शेख के परिवार का दावा है कि उसका सम्बन्ध किसी भी राजनीतिक दल से नहीं था। उन्होंने आरोप लगाया कि डालिम, ताहिरुल नाम के व्यक्तियों ने जानबूझकर शेख को गोली मार दी। इस घटना के बाद से ही मृतक के परिजनों में काफी रोष है। उन्होंने सभी आरोपितों को कठोर सजा देने की माँग की है। इस घटना को भाजपा ने तृणमूल कॉन्ग्रेस की गुटबाजी बताया तो तृणमूल के उपाध्यक्ष अभिजीत सिंह ने भाजपा के आरोप को निराधार करार देते हुए कहा कि असामाजिक तत्वों की हरकत के चलते राह चलते युवक की जान चली गई।
गौरतलब है कि सोमवार को ही ऐसी एक अन्य घटना में टीएमसी के तीन कार्यकर्ताओं के परखच्चे उड़ गए थे। मुर्शिदाबाद जिले के तलताली इलाके में नदी तट पर कब्जे को लेकर पार्टी के दो गुटों के बीच संघर्ष के कारण यह घटना घटी। बताया जाता है कि प्रतिद्वंद्वी गुट पर हमले के बम बनाते वक्त हुए धमाके में मिंटू मंडल, ननटू मोला और छवि शेख की मौत हो गई।